वाराणसी:मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद गई 6 मरीजों की आंखों की रोशनी
उत्तर प्रदेश में वाराणसी के मारवाड़ी अस्पताल में मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद छह मरीजों के आंखों की रोशनी चली गई है। हालांकि, मामले की जांच में जुटे जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. वी. बी. सिंह ने...
उत्तर प्रदेश में वाराणसी के मारवाड़ी अस्पताल में मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद छह मरीजों के आंखों की रोशनी चली गई है। हालांकि, मामले की जांच में जुटे जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. वी. बी. सिंह ने शनिवार को बताया कि सभी मरीजों का इलाज चल रहा है तथा उनकी रोशनी लौटने की संभावना है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि अख्तरी बेगम, मालती देवी, पार्वती देवी, वंदना, त्रिवेणी और यज्ञ नाराणसी सिंह का गत 12 जून को मोतियाबिंद का ऑपरेशन किया गया था, लेकिन उनका कहना है कि चौबीस घंटे बाद जब आंखों की पट्टी खोली गई तो उन्हें कुछ दिखाई नहीं दे रहा था। ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर ने उन्हें फिर बताया कि अगले 72 घंटे में रोशनी आ जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसके बाद मरीजों के तीमारदारों ने शुक्रवार देर शाम हंगामा किया और इसकी शिकायत पुलिस से की।
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उन्होंने बताया कि अख्तरी बेगम वाराणसी के नवाबगंज और मालती देवी कोनिया की निवासी हैं, जबकि त्रिवेणी- चंदौली, पावर्ती -मिजार्पुर, वंदना-जौनपुर और यज्ञ नारायण बिहार के बक्सर के निवासी हैं। घटना की सूचना मिलते ही अपर जिलाधिकारी (नगर) वीरेंद्र प्रसाद पांडेय और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सिंह ने अस्पताल में भर्ती मरीजों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना और उचित कार्रवाई का आश्वान दिया है। उन्होंने अस्पताल प्रशासन से बेहतर इलाज की व्यवस्था करवाने का आदेश दिया।
पांडेय ने बताया कि सभी मरीजों का इलाज वाराणसी के दूसरे अस्पताल में की जा रही है। उन्होंने बताया कि पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है तथा दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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इसी बीच, मामले की जांच कर रहे मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सिंह ने बताया कि एक मरीज की रोशनी में सुधार हो रहा है, जबकि पांच की आंखों में गंभीर संक्रमण होने के कारण ठीक होने में थोड़ा समय लग सकता है। उनका इलाज वाराणसी के एक निजी अस्पताल में चल रहा है। उन्होंने बताया कि सभी मरीजों की आंखों की रोशनी लौटने की उन्हें उम्मीद है।