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संत रविदास जयंती : संत निरंजन दास आज विमान से आएंगे बनारस

रविदास जयंती पैकेज शाम पांच बजे बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचेंगे, 50 साधु भी...

संत रविदास जयंती : संत निरंजन दास आज विमान से आएंगे बनारस
हिन्दुस्तान टीम,वाराणसीThu, 25 Feb 2021 03:22 AM
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वाराणसी। प्रमुख संवाददाता

संत रविदास चैरिटेबल ट्रस्ट के चेयरमैन संत निरंजनदास 25 फरवरी को विमान से बनारस आएंगे। उनके साथ 50 साधु संत और चुनिंदा भक्त भी होंगे। शाम पांच बजे बाबतपुर हवाई अड्डे पर उतरने के बाद वह शाम करीब छह बजे सीरगोवर्धनपुर स्थित संत रविदास मंदिर पहुंचेंगे। संत निरंजन दास अब तक तीन हजार से अधिक अनुयायियों के साथ ट्रेन से बनारस पहुंचते रहे हैं मगर इस बार कोविड के चलते लुधियाना से ट्रेन नहीं आएगी।

कोविड के चलते संत रविदास जयंती समारोह की भव्यता सीमित कर दी गई है। इसका प्रभाव संत रविदास की जन्मस्थली पर चल रही तैयारियों पर भी दिख रहा है। सीरगोवर्धनपुर में टेंट सिटी और कंट्रोल रूम तैयार है। हाईटेक रसोई में रोटी बेलने-सेंकने वाली मशीन भी बुधवार से चालू हो गई है। बावजूद इसके मंदिर परिक्षेत्र में खालीपन पसरा है। हर बार तो संत निरंजनदास महाराज के आने से एक दिन पहले ही रैदासियों का हुजूम उमड़ पड़ता था। इस बार बुधवार को नजारा काफी बदला-बदला रहा।

संत रविदास मंदिर से लेकर टेंट सिटी तक न तो मजमे दिखे न पंजाब के विभिन्न जिलों से आने वाले अनुयायियों की दुकानें सजी हैं। क्षेत्र के दर्जनों मकानों के सैकड़ों कमरे मेहमानों के इंतजार में हैं। मेले से तीन पहले ही क्षेत्र की दुकानें और कमरे पंजाब से आने वाले भक्तों को किराए पर दे दी जाती थीं। टेंट सिटी में पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र, गुजरात, चेन्नई, मध्यप्रदेश, जम्मू कश्मीर, राजस्थान, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, बिहार के पंडालों में 40 फीसदी लोग भी नहीं जुट पाए हैं। पंजाब से ट्रकों में सवार होकर जयंती उत्सव में शामिल होने आने वाले जत्थों की भी संख्या घटी है।

संभाला सुरक्षा का जिम्मा

संत रविदास मंदिर के प्रबंधक निर्मल सिंह के अनुसार टेंट नगरी में दो दर्जन से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगा दिए गए हैं। भोजनशाला के पास कंट्रोलरूम बनाया गया है। चार-चार सेवादारों की टीम तीन पालियों में कंट्रोल रूम में तैनात रहेगी। टेंट नगरी के बाहर जिला प्रशासन की ओर से भी अस्थाई सीसीटीवी कैमरे लगवाए जा रहे हैं। मुख्य समारोह के लिए पंडाल व मंच का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। 70 कारीगरों की टीम इस काम में लगी है।

हाईटेक होती गई रसोई

सीरगोवर्धनपुर में करीब एक दशक पहले श्रद्धालुओं ने रसोई में आंटा गूंथने और सब्जी काटने की मशीन लगाई। वर्ष 2016 में रोटी बेलने और सेंकने वाली मशीन लगी। अगले वर्ष भक्तों ने गेंहूं साफ करके पीसने वाली दो अत्याधुनिक चक्की लगवाईई। इस बार लकड़ी काटने की मशीन भी लगा दी गई है। रसोई में भक्तों के लिए मिठाई, सकरपाला और मठरी बनने लगी है।

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