बनारस में क्रूज परिचालन पर गतिरोध, नाविकों ने खोला मोर्चा
आजादी की 70वीं वर्षगांठ पर बनारस आने वाले पर्यटकों के लिए अलकनंदा क्रूज के संचालन को लेकर गतिरोध उत्पन्न होता दिख रहा है। माझी समाज ने क्रूज से पर्यटकों को गंगा दर्शन कराने का विरोध किया है। इस मसले...
आजादी की 70वीं वर्षगांठ पर बनारस आने वाले पर्यटकों के लिए अलकनंदा क्रूज के संचालन को लेकर गतिरोध उत्पन्न होता दिख रहा है। माझी समाज ने क्रूज से पर्यटकों को गंगा दर्शन कराने का विरोध किया है। इस मसले पर रविवार को नाविकों ने अस्सी घाट पर प्रदर्शन भी किया।
प्रदर्शन से पूर्व अस्सी घाट पर हुई नाविकों की बैठक में क्रूज परिचालन का विरोध हुआ। नाविकों ने कहा कि क्रूज परिचालन सीधे-सीधे उनकी रोजी-रोटी पर हमला है। यहां आने वाले पर्यटक गंगा किनारे सुबह-ए-बनारस का नजारा नौकाओं पर सवार होकर लेते हैं। यही हमारी रोजी-रोटी का मुख्य आधार है। विकास के नाम पर हम अपने मौलिक अधिकारों से छेड़छाड़ सहन नहीं करेंगे। प्रमोद मांझी ने कहा कि रामनगर से वरुणा घाट तक हम लोगों की अपनी परंपरागत नावें चलती हैं। हर घाट के अलग-अलग मालिक होते हैं। हर घाट का सिस्टम अलग है। क्रूज परिचालन से हमारी परंपराएं भी प्रभावित होंगी। इस संबंध में 14 अगस्त को एक प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी को ज्ञापन देगा। बैठक में दिनेश माझी, मदन माझी, गणेश माझी, दीपक माझी, गोविंद माझी, नाटे माझी, शंकर निषाद, राजकुमार निषाद, रविशंकर निषाद आदि उपस्थित थे।