बैंक प्रबंधक और सचिव के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज
फर्जी खाता खोलकर उसमें हवाला के जरिए लाखों रुपये जमा करवाकर तीन में साठ लाख रुपये निकालने के मामले में बुधवार को सिगरा थाने में एक निजी बैंक प्रबंधक और सचिव के खिलाफ धोखाधड़ी, अमानत में खयानत, कूट...
फर्जी खाता खोलकर उसमें हवाला के जरिए लाखों रुपये जमा करवाकर तीन में साठ लाख रुपये निकालने के मामले में बुधवार को सिगरा थाने में एक निजी बैंक प्रबंधक और सचिव के खिलाफ धोखाधड़ी, अमानत में खयानत, कूट रचना और धमकी की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज हुई। मामला वर्ष 2010 का है।
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के सामने स्थित मार्केंटाइल कोआपरेटिव बैंक के प्रबंधक विवेकानंद और सचिव प्रवीण कुमार पर आरोप है कि दोनों ने मिलीभगत से बैंक में फर्जी खाता खोला। इसके बाद उसमें मुम्बई से हवाला के जरिए 60 लाख रुपये डाले गये। इसके बाद अलग-अलग नामों से तीन दिन में रुपये निकाल लिये गये। इसकी जानकारी उसी बैंक के कर्मचारी व भेलूपुर निवासी माधव प्रसाद को हुई तो उसने आला अधिकारियों से इसकी शिकायत की।
इससे नाराज बैंक प्रबंधन ने उसे नौकरी से निकाल दिया। इसके बाद माधव ने एडीजी से शिकायत की। एडीजी के आदेश पर सिगरा पुलिस रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
तहरीर के मुताबिक 22 दिसम्बर 2010 को यमुना गोविंद भुवाड़ नाम से फर्जी एकाउंट खोला गया। पता लोहता क्षेत्र के विष्णुपुर का देते हुए राशन कार्ड की फोटोकापी लगायी गयी थी। इसके बाद 24 दिसम्बर को उस एकाउंट में 60 लाख रुपये मुम्बई से डाल दिये गये। उसी दिन सेल्फ के रूप में वीरेंद्र, मोरे, जयंती, ओंकार, शिवकुमार, मुकेश, रामधनी, सोनू समेत भिन्न-भिन्न नामों से दो से साढ़े चार लाख रुपये करके तीन दिन में पूरे रुपये निकाल लिये गये।