45 गांवों में अटकी खतौनी व वरासत प्रक्रिया
वाराणसी, विशेष संवाददाता। रियल टाइम खतौनी के चक्कर में जनपद के 45 गांवों के सैकड़ों किसानों की नई खतौनी अटक गई है। इसके अलावा दाखिल खारिज, वरासत और नामांतरण के आवेदनों का कई माह से निस्तारण लम्बित है।...

वाराणसी, विशेष संवाददाता। रियल टाइम खतौनी के चक्कर में जनपद के 45 गांवों के सैकड़ों किसानों की नई खतौनी अटक गई है। इसके अलावा दाखिल खारिज, वरासत और नामांतरण के आवेदनों का कई माह से निस्तारण लम्बित है। राजस्व परिषद लखनऊ के निर्देशन में रियल टाइम खतौनी का काम होने से तहसील प्रशासन स्थानीय स्तर पर कुछ कर भी नहीं पा रहा है। राजस्व परिषद अब रियल टाइम खतौनी तैयार करवा रहा है। इसमें 13 कॉलम वाली खतौनी अब 19 कॉलम में होगी। छह कॉलम के डाटा पोर्टल पर जोड़ने के लिए तहसील प्रशासन 25-25 गांवों के आंकड़ों को लॉक कर रहा है। वर्तमान में सदर तहसील के 25, राजातालाब तहसील के 15 और पिंडरा तहसील के 5 गांवों के डाटा लॉक हैं। इसके चलते उन गांवों में राजस्व से जुड़ा हर कार्य ठप है।
तहसील के अधिकारियों के मुताबिक आदेश के मुताबिक बिना लॉक की गई नई खतौनी का कार्य पूर्ण नहीं हो सकता है। एसडीएम की मानें तो लॉक करने के पूर्व डाटा का जिलाधिकारी के स्तर पर सत्यापन किया जाता है। फिर डीएम के आदेश पर गांवों को अनलॉक किया जाता है। इस वजह से जमीनों की रजिस्ट्री भी बाधित है। वहीं रजिस्ट्री हुई जमीन पर नाम न चढ़ने से कई प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
एडीएम प्रशासन बिपिन कुमार ने बताया कि राजस्व परिषद के निर्देश पर रियल टाइम खतौनी का कार्य चल रहा है। इसकी वजह से कास्तकारों को दिक्कत हो रही है। सभी तहसीलों को तेजी से काम करने का निर्देश दिया गया है।
