रमना एसटीपी का निर्माण 15 दिसम्बर से होगा शुरू
रमना में प्रस्तावित 50 एमएलडी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण 15 दिसम्बर से शुरू हो जाएगा। कार्यदायी संस्था के अधिकारियों ने बनारस में पड़ाव डाल दिया है। सोमवार से प्रस्तावित स्थल पर सर्वे आदि भी...
रमना में प्रस्तावित 50 एमएलडी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण 15 दिसम्बर से शुरू हो जाएगा। कार्यदायी संस्था के अधिकारियों ने बनारस में पड़ाव डाल दिया है। सोमवार से प्रस्तावित स्थल पर सर्वे आदि भी शुरू कर दिया है। डेढ़ साल में एसटीपी तैयार होना है।
अस्सी से लेकर नगवां के बीच गंगा में गिरने वाले 90 एमएलडी से अधिक सीवरेज के निस्तारण के लिए 154 करोड़ से 50 एमएलडी क्षमता वाले एसटीपी का निर्माण नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत होना है। जल निगम की गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई ने अक्तूबर में टेंडर के माध्यम से एसटीपी निर्माण की जिम्मेदारी एस्सेल इंफ्रा लिमिटेड कम्पनी को दी। रमना में नगर निगम के तीन हेक्टेयर जमीन में एसटीपी बनेगा। गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई के परियोजना प्रबंधक एसके बर्मन ने बताया कि कंपनी ने निर्माण के लिए सर्वे शुरू कर दिया है। दिसंबर में निर्माण शुरू होगा। निर्माण के बाद 15 साल तक कंपनी रखरखाव एवं संचालन भी करेगी।
हाइब्रिड एन्युटि मॉडल पर बनेगा एसटीपी
रमना एसटीपी हाइब्रिड एन्युटि मॉडल (एसएएम) के तहत बनाया जाएगा। एक्सपर्ट्स की मानें तो अब तक इस मॉडल का प्रयोग नेशनल हाइवे बनाने में किया जाता था लेकिन अब एसटीपी निर्माण में भी इसका प्रयोग किया जा रहा है। इस मॉडल के तहत होने वाले कार्यों की लागत थोड़ी बढ़ जाती है लेकिन कार्य की गुणवत्ता में सुधार आता है।