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पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में गेहूं की रिकार्ड खरीद

तमाम तरह की अड़चनों के बाद भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में इस बार गेहूं खरीद ने रिकार्ड कायम किया है। ऐसा पांच वर्षों के बाद हुआ है। गेहूं खरीद के लक्ष्य 1 लाख 92 हजार 200 मीट्रिक...

पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में गेहूं की रिकार्ड खरीद
वाराणसी। नवदीप मिश्राSun, 24 Jun 2018 12:43 PM
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तमाम तरह की अड़चनों के बाद भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में इस बार गेहूं खरीद ने रिकार्ड कायम किया है। ऐसा पांच वर्षों के बाद हुआ है। गेहूं खरीद के लक्ष्य 1 लाख 92 हजार 200 मीट्रिक टन के सापेक्ष इस वर्ष दो लाख 17 हजार 128 मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया है। यह रिकार्ड और बड़ा होता यदि भंडारण की समस्या के चलते बीच में ही खरीद धीमी न कर दी गई होती। बावजूद इसके क्रय केन्द्रों तक किसान पहुंचे। उन्हें निर्धारित समर्थन मूल्य के मुताबिक समय पर बिक्री की राशि मिली जिसका परिणाम रिकार्ड खरीद के रूप में सामने आया। 

भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने वर्ष 2012-13 में एक लाख 36 हजार 150.4 मीट्रिक टन रिकॉर्ड गेहूं खरीद की थी। अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ते हुये विभाग ने इस सत्र में दो लाख 17 हजार 128 मीट्रिक टन गेहूं खरीद की है। अब विभाग के सामने सबसे बड़ी चुनौती मानसून से पूर्व गेहूं को सुरक्षित जगह पर पहुंचाना है। क्योंकि कई जगह गेहूं अभी खुले में रखा हुआ है।

एफसीआई के क्षेत्रीय प्रबंधक अरुण कुमार ने बताया कि इस वर्ष गेहूं खरीद का लक्ष्य एक लाख 92 हजार 200 मीट्रिक टन का था। शुरूआत में ही तेजी से यह स्पष्ट था कि इस बार लक्ष्य से ज्यादा खरीद होगी, लेकिन किसी को रिकॉर्ड खरीद की उम्मीद नहीं थी। बनारस के अलावा चार जिलों में भी गेहूं की रिकॉर्ड खरीद हुई है। 

लगातार खरीद होने से समस्या बढ़ती 
विभाग ने एक लाख 92 हजार 200 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य रखा था जिसके सापेक्ष रिकॉर्ड दो लाख 17 हजार 128 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हो गई। बीच-बीच में केंद्रों पर भंडारण, बोरे की कमी अथवा अन्य कारण बताकर खरीद नहीं की गई। यदि खरीद लगातार चालू रहती तो रिकार्ड जरूर सुधरता मगर भंडारण की समस्या बढ़ जाती।   

गोदामों से निकाला जा रहा चावल
क्षेत्रीय प्रबंधक ने बताया कि भंडारण के लिए मंडल के चारों जिलों में चार से छह माह के लिए गोदाम किराये पर लिये हैं ताकि मानसून से पूर्व ज्यादा से ज्यादा गेहूं सुरक्षित किया जा सके। अभी 79733.29 मीट्रिक टन गेहूं एफसीआई ने नहीं उठाया है। गोदाम चावल से भरे हुए हैं। जल्द ही उसे अन्य प्रदेशों में भेजकर गेहूं भंडारण की व्यवस्था की जा रही है। मालगाड़ी का एक रैक चावल पहले ही बाहर भेजी जा चुका है। लखनऊ में महाप्रबंधक ने लगभग नौ रैक चावल की डिमांड की है। 

अभी 31 करोड़ से अधिक का बकाया
आरएम के अनुसार बनारस मंडल के 49.979 किसानों के बैंक खातों में 34751.27 लाख रुपये भेजे जा चुके हैं। अभी किसानों का 3137.72 करोड़ रुपये बकाया है, जो जल्द ही उनके खातों में भेज दिया जायेगा। 

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