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बीएचयू में एम्स जैसी सुविधा के लिए 5 हजार करोड़ मंजूर

बीएचयू के चिकित्सा विज्ञान संस्थान को एम्स जैसी सुविधा प्रदान करने के लिए शनिवार को समझौते पत्र (एमओयू) का आदान-प्रदान किया गया। इस मौके पर मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि...

बीएचयू में एम्स जैसी सुविधा के लिए 5 हजार करोड़ मंजूर
1/ 2बीएचयू में एम्स जैसी सुविधा के लिए 5 हजार करोड़ मंजूर
मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर
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वाराणसी। निज संवाददाताSun, 05 Aug 2018 11:29 AM
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बीएचयू के चिकित्सा विज्ञान संस्थान को एम्स जैसी सुविधा प्रदान करने के लिए शनिवार को समझौते पत्र (एमओयू) का आदान-प्रदान किया गया। इस मौके पर मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी को एम्स दे दिया। आईएमएस बीएचयू को वह सभी सुविधाए प्रदान कर दी गई हैं जो एम्स को मिल रही हैं। 

उन्होंने बताया कि बीएचयू आईएमएस में एम्स जैसी सुविधा के विकास के लिए शुरू में पांच हजार करोड़ रुपये स्वीकृत हुए है। आईएमएस में एम्स जैसी सुविधा के विकास में तीन से पांच वर्ष का समय लगेगा। इसे संचालित करने के लिए प्रति वर्ष दो हजार करोड़ रुपये मिलेंगे। 

उन्होंने स्पष्ट किया कि एम्स जैसी सुविधा में ‘जैसी’ लिखना केवल इसलिए है कि यह बीएचयू का अंग रहे। उन्होंने कहा कि महामना की तपोस्थली काशी हिन्दू विश्वविद्यालय सही मायने में सर्व विद्या की राजधानी है। यहां विज्ञान से तकनीक तक, कृषि से चिकित्सा तथा कला से भाषा तक की पढ़ाई एक परिधि में मिल रही है। जावड़ेकर ने कहा कि बीएचयू का यह एम्स दिल्ली के भी एम्स से बड़ा बनेगा। 

मेडिकल हब के रूप में पहचान
उडुप्पा सभागार में आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि बीएचयू में बन रहे सुपर स्पेशिलिएटी, महामना कैंसर संस्थान, ट्रामा सेंटर तथा एमसीएच की सुविधाएं जब शुरू हो जायेगी तो पूरे पूर्वांचल के साथ यूपी से सटे मध्य प्रदेश, बिहार एवं छत्तीसगढ़ के मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा का लाभ मिल सकेगा। इसकी पहचान बड़े मेडिकल हब के रूप में होगी।

दिल्ली एम्स से अधिक होंगे बेड 
जावड़ेकर ने कहा कि दिल्ली के एम्स में तो 2300 बेड हैं लेकिन बीएचयू में करीब 2500 बेड होंगे। उन्होंने कहा कि देश में बीएचयू को लेकर 21 एम्स हो गए हैं। इस लिहाज से पांच करोड़ की आबादी पर एक एम्स लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराएगा। 

स्वच्छ व स्वस्थ भारत का हो रहा निर्माण : नड्डा
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि स्वच्छ व स्वस्थ भारत का निर्माण हो रहा है। यूपी में 13 नए मेडिकल कॉलेज भी खुल रहे हैं। इससे स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रांति आएगी। बीएचयू में एम्स जैसी सुविधाओं के विकास के लिए धन की कमी नहीं होगी। 

स्वास्थ्य क्षेत्र में महत्वपूर्ण कदम : अनुप्रिया
परिवार एवं स्वास्थ्य कल्याण राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास में बीएचयू में एम्स जैसी सुविधाओं का विकास स्वास्थ्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में भी स्वास्थ्य की सुविधाओं का विकास किया जा रहा है। सरकार ने 14 हजार करोड़ रुपये की नि:शुल्क दवाएं गरीबों को उपलब्ध कराई गई हैं। 

ब्लू प्रिंट का दिया व्योरा 
संचार मंत्री मनोज सिन्हा ने बीएचयू के निर्माण में महामना की दूरदृष्टि का जिक्र किया। यूपी के तकनीकी व स्वास्थ्य मंत्री आशुतोष टंडन, अश्वनी चौबे तथा चंदौली के सांसद डॉ.महेंद्रनाथ पाडेय ने भी विचार व्यक्त किये। बीएचयू के कुलपति प्रो. राकेश भटनागर ने बीएचयू आईएमएस में एम्स जैसी सुविधा के विकास के लिए तैयार ब्लूप्रिंट का ब्योरा दिया। स्वागत चिकित्सा विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो. वीके शुक्ला तथा संचालन संगीत एवं मंचकला संकाय की प्रो. संगीता पंडित ने किया। 

बैठक में मौजूद विशिष्टजन 
गोरखपुर विवि के पूर्व कुलपति प्रो. बीएम शुक्ला, महिला महाविद्यालय की  पूर्व प्रचार्य प्रो. अन्नपूर्णा शुक्ला, एम्स जैसी सुविधाओं के विकास के लिए बनी कमेटी के चेयरमैन डॉ. ओपी उपाध्याय, प्रो. सिद्धार्थ लखोटिया, डॉ. मेजर अंजली रानी, चीफ प्रॉक्टर प्रो. रोयाना सिंह, सर सुन्दरलाल अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो. विजयनाथ मिश्र, प्रो. गोपालनाथ।

खास बातें-
05 हजार रुपये मंजूर हुए एम्स जैसी सुविधा के विकास के लिए 
03 से पांच वर्ष का समय लगेगा एम्स जैसी सुविधा के विकास में 
02 हजार करोड़ रुपये प्रति वर्ष मिलेंगे इसके संचालन के लिए 
25 सौ बेड होंगे बीएचयू एम्स में जबकि दिल्ली एम्स में हैं 23 सौ बेड
13 नए मेडिकल कॉलेज यूपी में स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतरी के लिए खुल रहे 
14 हजार करोड़ रुपये की नि:शुल्क दवाएं गरीबों को उपलब्ध कराई हैं सरकार ने  

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