सुबह-ए-बनारस: प्रगति के मधुर स्वर में झूमा भैरव
सुबह-ए-बनारस में बुधवार को प्रशिक्षु कलाकार प्रगति द्विवेदी का गायन हुआ। पं देवाशीष डे की शिष्या प्रगति ने गायन का आरम्भ राग भैरव में विलंबित एकताल में निबद्ध बंदिश से किया जिसके बोल थे...
वाराणसी हिन्दुस्तान टीमThu, 04 Jan 2018 06:13 PM
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सुबह-ए-बनारस में बुधवार को प्रशिक्षु कलाकार प्रगति द्विवेदी का गायन हुआ। पं देवाशीष डे की शिष्या प्रगति ने गायन का आरम्भ राग भैरव में विलंबित एकताल में निबद्ध बंदिश से किया जिसके बोल थे ‘शिव-शिव भोला...।’ तीनताल में निबद्ध बंदिश ‘जागो मोहन प्यारे’ से गायन आगे बढ़ाया। उन्होंने समापन भजन ‘श्रीरामचंद्र कृपालु भज मन हरण भवभय दारुणम्’ से किया। तबले पर जयदेव मुखर्जी एवं हारमोनियम पर शुचिस्मिता मुखर्जी ने संगत की। कलाकार को प्रमाणपत्र युवा उद्यमी विनय तिवारी ने प्रदान किया। संचालन डा. प्रीतेश आचार्य ने किया।