डिस्कॉम के नौ हजार से ज्यादा कर्मचारियों की फंसी धनराशि
भविष्य निधि के घोटाले में पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के 21 जिलों के करीब नौ हजार कर्मचारियों के 600 करोड़ रुपये फंसे हैं। इसमें अभियंता से लेकर कर्मचारी वर्ग शामिल है। धनराशि वापस करने की गारंटी...
भविष्य निधि के घोटाले में पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के 21 जिलों के करीब नौ हजार कर्मचारियों के 600 करोड़ रुपये फंसे हैं। इसमें अभियंता से लेकर कर्मचारी वर्ग शामिल है। धनराशि वापस करने की गारंटी देने की मांग को लेकर कर्मचारी विभिन्न संगठनों के नेतृत्व में आंदोलनरत हैं।
कर्मचारियों के वेतन का 10 फीसदी हिस्सा जीपीएफ व सीपीएफ में कटना तय है। इसके अलावा अधिकारी व कर्मचारी अपने अनुसार भी कुछ फीसदी कटौती कराते रहे हैं। अब भविष्य निधि का रुपया घोटाले में डूबा तो अधिकारी से लेकर कर्मचारी वर्ग तक सकते में आ गया है। जीपीएफ व सीपीएफ के 4122 करोड़ रुपये डीएचएफएल में लगाये गये लेकिन इसमें से 2268 करोड़ रुपये की वापसी नहीं हुई। इसमें डिस्कॉम के 21 जिलों के नौ हजार कर्मचारियों के करोड़ों रुपये भी शामिल हैं। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक आरबी यादव ने कहा कि कर्मचारी अपने हक के लिए अंतिम दम तक लड़ेंगे।
अभियंता और कर्मचारी गये लखनऊ, उपकेंद्रों व बिजली विभाग कार्यालयों में सन्नाटा
भविष्य निधि की धनराशि वापस दिलाने की मांग को लेकर गुरुवार को अधीक्षण अभियंताओं से लेकर अवर अभियंता, बिजली कर्मचारी तक लखनऊ चले गये। भिखारीपुर स्थित डिस्कॉम मुख्यालय पर सन्नाटा पसरा रहा। एमडी व अन्य विभागों के डायरेक्टर को छोड़ सौभाग्य, आईपीडीएस, मीटर समेत अन्य विभाग के अधीक्षण अभियंताओं व अन्य कार्यालयों में ताला बंद रहा। केवल एजेंसियों के जरिये तैनात किये गये कंप्यूटर आपरेटर ही ड्यूटी पर रहे। इस कारण दूर-दराज से आये उपभोक्ता परेशान हुए। रामेश्वर के राम स्वरूप पीडी के लिए विद्युत वितरण मंडल पहुंचे थे। वहां से निराश लौटे। डाफी के सुग्रीव अपने नलकूप का कनेक्शन कटवाने पहुंचे थे।