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पद्मश्री प्रो.रामयत्न शुक्ल 'महामहोपाध्याय' से अलंकृत होंगे

संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के 38वें दीक्षांत समारोह में दो मार्च को संस्कृत के उद्भभट् विद्वान प्रो.रामयत्न शुक्ल को 'महामहोपाध्याय' से...

पद्मश्री प्रो.रामयत्न शुक्ल 'महामहोपाध्याय' से अलंकृत होंगे
हिन्दुस्तान टीम,वाराणसीMon, 01 Mar 2021 03:13 AM
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वाराणसी वरिष्ठ संवाददाता

संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के 38वें दीक्षांत समारोह में दो मार्च को संस्कृत के उद्भभट् विद्वान प्रो.रामयत्न शुक्ल को 'महामहोपाध्याय' से अलंकृत किया जाएगा। यह जानकारी रविवार योग साधना केंद्र में आयोजित प्रेसवार्ता में कुलपति प्रो.राजाराम शुक्ल ने दी। उन्होंने बताया कि प्रो.रामयत्न शुक्ल विश्वविद्यालय के सम्मानित आचार्य रहे।

'महामहोपाध्याय' की सम्मान परंपरा 1989 से बंद थी। इसे पिछले साल शुरू किया गया। गत वर्ष स्वामी गुरुशरणानंद जी महराज को यह सम्मान प्रदान किया गया। कुलपति प्रो.शुक्ल ने बताया कि दीक्षांत समारोह की तैयारियां पूरी हो गई है। राजभवन के निर्देश पर समय में थोड़ा संशोधन किया गया है। अब दीक्षांत समारोह 11 बजे की बजाय दस बजे से होगा। समारोह के मुख्य अतिथि भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी और संस्कृत के जानकार अखिलेश मिश्र होंगे। अध्यक्षता राज्यपाल और कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल करेंगी। उन्होंने बताया कि दीक्षांत समारोह में 17244 उपाधियां जारी की जाएंगी। इसमें 11117 स्नातक और 4674 स्नातकोत्तर पाठयक्रम की उपाधियां हैं। स्नातक स्तर की उपाधियां पाने वालों में 5743 छात्र और 5374 छात्राएं हैं। स्नातकोत्तर स्तर पर 2818 छात्र और 1829 छात्राएं हैं। 57 स्वर्ण पदक पाने वाले मेधावियों में पांच छात्राएं हैं। कुलपति ने बताया कि आचार्य में मीना देवी को सर्वाधिक दस स्वर्ण पदक प्रदान किए जाएंगे। कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय विभिन्न औद्योगिक घरानों की मदद से विकास की कई योजनाओं पर काम कर रहा है। इंफोसिस ने सरस्वती भवन के जीर्णोद्धार के लिए पहल की है। जल्द ही एमओयू पर दस्तखत होगा।

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