बजट 2018: एमएसएमई सेक्टर को राहत नहीं मिलने से छाई निराशा- VIDEO
इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन की ओर से गुरुवार को होटल क्लार्क्स में आम बजट पर परिचर्चा हुई। लोकसभा में जैसे ही वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट पर बोलना शुरू किया, सभी की नजरें स्क्रीन पर टिक गईं। उद्यमी...
इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन की ओर से गुरुवार को होटल क्लार्क्स में आम बजट पर परिचर्चा हुई। लोकसभा में जैसे ही वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट पर बोलना शुरू किया, सभी की नजरें स्क्रीन पर टिक गईं। उद्यमी एमएसएमई सेक्टर की घोषणा को लेकर चर्चाएं कर रहे थे तो चार्टर्ड अकाउंटेंट कर और कंपनी कानून में बदलावों की चर्चा आते ही गंभीर हो गये।
बजट में किसानों की आय बढ़ाने के लिये घोषणाओं व स्वास्थ्य बीमा योजना में सीमा बढ़ाने पर उद्यमियों को भी विशेष पैकेज की उम्मीद जगी। लेकिन एमएसएमई सेक्टर को राहत न मिलने से उद्यमी निराश हुए। बजट भाषण के दौरान न किसी घोषणा ताली नहीं बजी बल्कि उद्योग को राहत न मिलने से उद्यमी नाखुश दिखे।
आईआईए वाराणसी के पदाधिकारी डीएस मिश्रा ने कहा कि सरकार ने एमएसएमई को कुछ दिया नहीं लेकिन पहले की नीति में कोई बदलाव भी नहीं किया है। गांवों में पैसा पहुंचने से अर्थव्यवस्था में परिवर्तन दिखेगा। उद्यमी राजेश वर्मा, नीरज पारिख व अवधेश गुप्ता ने कहा कि उद्योग जगत को नई योजनाओं की उम्मीद थी। सरकार का आखिरी पूर्ण बजट होने से उम्मीद बंधी थी कि पूर्वांचल में उद्योग विकास के लिये बड़ी घोषणा होगी। कृषि सेक्टर में सरकार ने पैसा तो दिया है लेकिन तकनीकी उन्नयन के लिये आयोग नहीं बना जिससे पैदावार बढ़ती और किसानों की आय भी बढ़ती।
इस मौके पर प्रधान आयकर आयुक्त सुनील माथुर, जीएसटीआयुक्त जितेंद्र कुमार, एडिशनल कमिश्नर ग्रेड 1 एके गोयल, उमेश पाठक, उमेश सिंह, आईआईए मंडल अध्यक्ष आरके चौधरी, अशोक गुप्ता, जीएम यूनियन बैंक एसएन कौशिक, डीजीएम राजीव मिश्रा, डीजीएम पीएनबी सुचरिता द्विवेदी, डीजीएम बी साहू, जय प्रद्वानी, सुदेशना बसु, र्प्रेम मिश्रा, हर्षद तन्ना आदि मौजूद थे।