मानसूनी बारिश में छह जगह धंसी सड़कें
Varanasi News - वाराणसी में मानसून की पहली बारिश ने शहर को जलभराव में डुबो दिया। रवींद्रपुरी कॉलोनी में 15 घंटे तक पानी जमा रहा, जबकि अन्य क्षेत्रों में भी सड़कें धंसने लगीं। कई जगहों पर यातायात बाधित हुआ और स्थानीय...

वाराणसी, हिटी। मानसून की पहली मूसलधार बारिश में सोमवार को लगभग पूरा शहर जलभराव से जूझा तो 24 घंटे के अंदर ही सड़कें दम तोड़ने लगीं। पहले से खोदी गई या जर्जर सड़कों को छोड़िए, ठीकठाक मानी जाने वाली और पॉश कॉलोनियों की सड़कें भी इनमें शामिल हैं। वहीं कई इलाकों में घंटों जलभराव की स्थिति रही। शहर की सबसे पुरानी और कुलीन कही जाने वाली रवींद्रपुरी कॉलोनी में भी 15 घंटे पानी लगा रहा। अनुभवों के आधार पर पुरनियों की कही बातें ताजा हो गईं। बड़े-सयाने अक्सर कहते रहे हैं कि जमा पानी सड़कों का दुश्मन होता है। वर्तमान में यह दिख भी रहा है।
बृज एन्क्लेव कॉलोनी में सड़क धंसी तो सारनाथ क्षेत्र में सलारपुर विद्या विहार इंटर कॉलेज के पास मार्ग धंस गया। इसे कुछ महीने पहले ही बनाया गया था। सड़क घंसने से कई दोपहिया वाहनों के पहिए गड्ढों में फंसे। हालांकि बड़ा हादसा तो नहीं हुआ लेकिन राहगीर परेशान होकर पीडब्ल्यूडी को कोसते जरूर रहे। शिवपुर क्षेत्र में चार जगहों पर सड़क धंसी। गिलट बाजार चौराहे पर सड़क का एक हिस्सा धंसने से यातायात बाधित रहा। इस गड्ढे में रोडवेज की बस का एक पहिया भी धंस गया। गिलट बाजार तिराहे से यूपी कॉलेज मार्ग पर दो जगह सड़क धंसी। गिलट बाजार तिराहे से बाबतपुर मार्ग तथा शिवपुर स्थित लाल जी कुआं के पास भी सड़क धंसी। रवींद्रपुरी में 24 घंटे बाद भी हालात भयावह रवींद्रपुरी में बारिश के 24 घंटे बाद भी हालात भयावह रहे। पद्मश्री चौराहे के पास मैनहोल की एक जाली खुली रही। इसमें सोमवार शाम को दर्जनभर वाहनों के पहिए धंसे थे। रवींद्रपुरी कल्याण समिति के कोषाध्यक्ष संदीप प्रहलादका ने कहा कि सोमवार को हुई बरसात में कॉलोनी की बदहाली की कल्पना भी नहीं की जा सकती। कई घरों में मंगलवार दोपहर तक पानी लगा रहा। लोगों का बाहर निकलना मुश्किल हो गया। कुछ दिनों पहले सड़क बनी है और कई मैनहोल पीडब्ल्यूडी ने ढक दिए है। जिससे पानी की निकासी बंद हो गयी है। रवींद्रपुरी निवासी राजीव अग्रवाल ने कहा कि कॉलोनी में अनियोजित सुंदरीकरण को पहली अच्छी बारिश ने धो दिया। कॉलोनी के मकान टापू में बदल गये हैं। घरों में घंटों एड़ी से ऊपर तक पानी लगा रहा। कीड़े-मकोड़े घर में प्रवेश कर गए हैं। इससे भी डर बना हुआ है। जब पाथवे और सड़क बन रही थी तभी इस ओर इंगित किया गया था। लेकिन पीडब्ल्यूडी के अफसरों ने नहीं सुना। गोदौलिया-गिरजाघर मार्ग पर गुजरना दूभर बारिश के कारण गोदौलिया-गिरजाघर मार्ग से गुजरना दूभर हो गया है। कीचड़, जलजमाव के कारण पर्यटकों, स्थानीय लोग पैदल भी नहीं चल पा रहो हैं। गिरजाघर से गोदौलिया के बीच संकरे रास्ते में भीड़ का दबाव होने से मंगलवार शाम को स्थिति ज्यादा खराब रही।
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