आने को है पीएम: बाबतपुर से कचनार तक एसपीजी की निगरानी में
प्रधानमंत्री के राजातालाब के कचनार स्थित सभा स्थल और दो दिवसीय प्रस्तावित दौरे के दौरान जिन रास्तों से उन्हें गुजरना है, वहां की सुरक्षा व्यवस्था एसपीजी ने अपने हाथों में ले ली है। पीएम मोदी...
प्रधानमंत्री के राजातालाब के कचनार स्थित सभा स्थल और दो दिवसीय प्रस्तावित दौरे के दौरान जिन रास्तों से उन्हें गुजरना है, वहां की सुरक्षा व्यवस्था एसपीजी ने अपने हाथों में ले ली है।
पीएम मोदी सभा सभा में करीब एक लाख लोगों के जुटान का पार्टी लक्ष्य है। लिहाजा सुबह से शाम तक डॉग स्क्वाड, बम स्क्वाड, पुलिस, पीएसी की टीम कार्यक्रम स्थल की 24 घंटे निगरानी कर रही है।
इसी कड़ी में बुधवार को एसपीजी के आईजी आलोक शर्मा के नेतृत्व में टीम ने राजातालाब के कचनार, बाबतपुर एयरपोर्ट और डीरेका परिसर की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।
आईजी एसपीजी ने पुलिस व प्रशासनिक अफसरों से प्रधानमंत्री का अब तक का सबसे बेहतर कार्यक्रम कराने को कहा है। हेलीपैड के निरीक्षण के दौरान बाउंड्री के आसपास बने मकानों की छतों, टिन शेड, खपरैल के घरों को ढकवाने को कहा। जिससे लैंडिंग के दौरान कुछ उड़े नहीं।
कचनार पहुंचे आलोक शर्मा ने कहा कि कार्यक्रम के दिन मंच के सामने कुछ दूरी पर स्थित मकानों पर पर्याप्त पुलिस बल लगाने का निर्देश दिया। उन्होंने डीरेका गेस्ट हाउस एवं आफिसर्स क्लब का भी निरीक्षण किया। अब तक की सूचना के मुताबिक पीएम डीरेका में ही रात्रि प्रवास करेंगे और शहर के दो सौ प्रबुद्धजनों से संवाद भी करेंगे। एसपीजी ने बाबतपुर एयरपोर्ट की भी सुरक्षा जांची और अफसरों के साथ बैठक की। देर शाम कमिश्नर, आईजी, जिलाधिकारी और एसएसपी समेत पुलिस व प्रशासन के उच्चाधिकारियों संग डीरेका में बैठक कर पीएम की सुरक्षा व्यवस्था पर विस्तार से चर्चा की।
गृह मंत्रालय की नजर
पीएम की सुरक्षा के बाबत खुफिया एजेंसियों को सक्रिय रहने का निर्देश गृह मंत्रालय ने दिया है, जिसके बाद खुफिया एजेंसियां हर छोटी बड़ी घटनाओं पर नजर बनाए हैं।
ड्रोन कैमरे से होगी निगरानी
सुरक्षा के मद्देनजर प्रधानमंत्री कार्यक्रम के दौरान आसपास के क्षेत्रों और सभा स्थल पर ड्रोन कैमरे से निगरानी रखी जाएगी।
सुरक्षा में लगेंगे 15 हजार जवान
पीएम की सुरक्षा में करीब 15 हजार जवान लगेंगे। इसमें 10 एसपी, 22 एएसपी, 59 सीओ, 32 इंस्पेक्टर, 600 दरोगा, 50 महिला दरोगा, 5000 पुलिस के जवान और डेढ़ सौ महिला कांस्टेबल के अलावा 20 कंपनी से अधिक अर्द्धसैनिक बल व पीएसी के जवान शामिल हैं।