अमित शाह के बाद अब काशी में संघ प्रमुख की पाठशाला
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत के काशी आगमन को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। 15 फरवरी को आ रहे संघ प्रमुख को बनारस में करीब एक सप्ताह ठहरना है। इस दौरान वह प्रदेश भर के संघ के...
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत के काशी आगमन को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। 15 फरवरी को आ रहे संघ प्रमुख को बनारस में करीब एक सप्ताह ठहरना है। इस दौरान वह प्रदेश भर के संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। साथ ही, 18 फरवरी को 21 हजार से अधिक पूर्ण गणवेशधारी स्वयंसेवकों को संबोधित करेंगे। संगठन की मजबूती के लिए मोहन भागवत का यह प्रवास चुनावी वर्ष में काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। साल की शुरुआत में ही भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बाद संघ प्रमुख की काशी में पाठशाला लगने जा रही है।
संस्कृत विश्वविद्यालय में आयोजित पाठशाला में ऐसे तो बड़ी संख्या में स्वयंसेवक मौजूद रहेंगे लेकिन चुने हुए स्वयंसेवकों को संघ की परंपरा के अनुसार शारीरिक दक्षता व दंड के माध्यम से युद्धकला का प्रदर्शन करना है। इसके लिये जिले की 170 शाखाओं से दक्ष स्वयंसेवक चुनने की जिम्मेदारी वरिष्ठ पदाधिकारियों को सौंपी गई है। लगभग हर रोज शाखाओं में स्वयंसेवकों कठोर प्रशिक्षण चल रहा है।
चयन प्रक्रिया से गुजरना होगा
संघ प्रमुख के सामने 18 फरवरी को शारीरिक प्रदर्शन के इच्छुक स्वयंसेवकों को 11 फरवरी को संस्कृत विश्वविद्यालय में होने वाली चयन प्रक्रिया से गुजरना होगा। संघ के एक वरिष्ठ प्रचारक ने बताया कि 18 फरवरी के कार्यक्रम को लेकर स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। कार्यक्रम में किसी प्रकार की ढिलाई न बरतने का सख्त निर्देश है।
शाखाओं के मुख्य शिक्षकों से करेंगे संवाद
संघ के एक वरिष्ठ पदाधिकारी के अनुसार 18 फरवरी के बाद मोहनराव भागवत शाखा स्तर के भी पदाधिकारियों से संवाद करेंगे। मुख्य शिक्षकों से बातचीत करेंगे। उल्लेखनीय है कि संघ की शाखाएं लगाने की जिम्मेदारी मुख्य शिक्षकों की होती है। यह प्राथमिक स्तर पर संघ के नेटवर्क का अहम हिस्सा होता है।