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काशी विश्वनाथ मंदिर: सावन के सोमवार को मंगला आरती का 1000 में टिकट

सावन के सोमवार पर बाबा विश्वनाथ की मंगला आरती में शामिल होनेवाले श्रद्धालुओं को जेब ढीली करनी होगी। इसके लिए भक्तों को न केवल एक हजार रुपये का टिकट लेना होगा बल्कि एडवांस बुकिंग भी करनी...

काशी विश्वनाथ मंदिर: सावन के सोमवार को मंगला आरती का 1000 में टिकट
वाराणसी। कार्यालय संवाददाताThu, 19 Jul 2018 11:50 AM
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सावन के सोमवार पर बाबा विश्वनाथ की मंगला आरती में शामिल होनेवाले श्रद्धालुओं को जेब ढीली करनी होगी। इसके लिए भक्तों को न केवल एक हजार रुपये का टिकट लेना होगा बल्कि एडवांस बुकिंग भी करनी होगी। 

मंदिर प्रशासन के अनुसार सावन में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ जाती है। खासकर सोमवार को मंगला आरती में शामिल होने वालों वीआईपी से लेकर आमजन की भी संख्या काफी रहती है। इसलिए 30 जुलाई से 26 अगस्त तक के लिए यह व्यवस्था लागू की गई है। 

मंदिर प्रशासन के अनुसार सावन में दूर दराज से बाबा विश्वनाथ को जल चढ़ाने कांवरिया आते हैं। ऐसे में भक्तों को लंबी लाइन में काफी इंतजार करना पड़ता है। वहीं सोमवार के दिन दंडीस्वामियों की भी संख्या 60 प्रतिशत तक बढ़ जाती है। 

अन्य दिनों में 500 रुपए
पूरे सावन में रोजाना मंगला आरती में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं के लिए  500 रुपये का ही टिकट तय किया गया है। वर्तमान में सामान्य दिनों में मंगला आरती का टिकट 300 रुपये है। 

सोमवार को ढाई बजे से होगी मंगला आरती
सोमवार को बाबा की मंगला आरती भोर में 2.30 बजे से 4 बजे तक होगी। वहीं सप्तर्षि आरती शाम 5.30 बजे, शृंगार आरती व भोग आरती दो घंटे पूर्व होगी। रात्रि 8.30 बजे के बाद श्रद्धालु बाबा के शृंगार दर्शन कर सकेंगे। सावन के पहले सोमवार को यादवों का समूह सुबह 9 बजे बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक करेगा। 

सुबह से रात तक आरती का क्रम
मंगला आरती : 2.45 बजे से 4 बजे तक 
भोग आरती : पूर्वाह्न 11.30 बजे से मध्याह्न 12 बजे तक 
सप्तर्षि आरती : सायं 7.30 बजे से 8.30 बजे तक 
शृंगार आरती : रात 9.15 बजे से 10 बजे तक 
शयन आरती : रात 10.30 बजे से 11 बजे तक 
(नोट : यह समय सावन के सोमवार को छोड़कर अन्य दिनों का है।)

हर सोमवार बाबा का विशेष शृंगार
सावन के हर सोमवार को बाबा का विशेष शृंगार किया जाएगा। पहले सामवार 30 जुलाई को भगवान शंकर का शृंगार होगा। 6 अगस्त को भगवान शंकर और मां पार्वती का शृंगार होगा। 13 अगस्त को अर्धनारीश्वर शृंगार होगा। 15 अगस्त को नागपंचमी के कारण सामान्य शृंगार रहेगा। 20 अगस्त को रुद्राक्ष शृंगार और अंतिम सोमवार 26 अगस्त को भगवान शिव व माता पार्वती एवं गणेशजी की चल प्रतिमाओं का झूला शृंगार होगा। 

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