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विश्वनाथ मंदिर : मंगला आरती हुई नहीं पर टिकट बेचे सैकड़ों

काशी विश्वनाथ मंदिर में दो सदी से अधिक पुरानी परंपरा टूटने के के पीछे मंदिर प्रबंधन की छोटी सी चूक बड़ा कारण बन गई। महानिशा के बाद की भोर में मंगला आरती नहीं होती। इसके बाद भी मंदिर प्रबंधन ने मंगला...

विश्वनाथ मंदिर : मंगला आरती हुई नहीं पर टिकट बेचे सैकड़ों
वाराणसी। प्रमुख संवाददाताThu, 15 Feb 2018 05:07 PM
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काशी विश्वनाथ मंदिर में दो सदी से अधिक पुरानी परंपरा टूटने के के पीछे मंदिर प्रबंधन की छोटी सी चूक बड़ा कारण बन गई। महानिशा के बाद की भोर में मंगला आरती नहीं होती। इसके बाद भी मंदिर प्रबंधन ने मंगला आरती के लिए टिकट बेच दिए।

मंदिर कार्यालय का कोई कर्मचारी बताने को तैयार नहीं है कि 14 फरवरी की तारीख में मंगला आरती के लिए कितने टिकट काटे गए थे। वहीं सूत्रों की मानें तो भोर में साढ़े तीन बजे मंगला आरती के दर्शन के लिए दो सौ से अधिक लोगों को मंदिर में प्रवेश दिया गया। कई दर्शनार्थियों ने तो टिकट दिखाते हुए गर्भगृह में दर्शन के लिए हंगामा भी किया था। परंपरा के अनुसार महाशिवरात्रि पर विश्वनाथ मंदिर में पूरी रात बाबा के विवाह की रस्म निभाई जाती है। इस दौरान चार प्रहर की आरती के बीच ही मंगला आरती का समय निकल जाता है। इसलिए महाशिवरात्रि की भोर में मंगला आरती नहीं होती। बेशक काशी विश्वनाथ का वर्तमान मंदिर रानी अहिल्याबाई होल्कर ने सन 1780 में निर्मित कराया था लेकिन उससे पूर्व भी काशी में विश्वनाथ का मंदिर था। 1780 में मंदिर की पुन: स्थापना के बाद भी पुराने नियमों का पालन होता रहा है। उन्हीं में से एक नियम महाशिवरात्रि के बाद वाली भोर में मंगला आरती का न होना भी है।

स्मार्ट कार्ड वाले भी बाहर ही रहे
काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास ने नियमित दर्शनार्थियों को 31 सौ रुपए में स्मार्ट कार्ड जारी किए हैं। महाशिवरात्रि के कुछ दिनों पूर्व दर्जनों लोगों ने स्मार्ट कार्ड बनवाए थे। महाशिवरात्रि की मध्यरात्रि में बाबा का विवाह देखने स्मार्ट कार्ड लेकर आए दर्शनार्थियों को भी प्रवेश नहीं मिला। सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें यह कह कर लौटा दिया कि ऐसे किसी कार्ड के माध्यम से प्रवेश देने की सूचना उन्हें नहीं है।

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