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सूनी आंखों में सपने जगाते थे जनेश्वर मिश्र

छोटे लोहिया के रूप में ख्याति रखने वाले जनेश्वर मिश्र ने समाज हित के लिए एक साथ कई भूमिकाओं का निर्वाह किया। वह जाते-जाते विचारों की ऐसी डगर छोड़...

सूनी आंखों में सपने जगाते थे जनेश्वर मिश्र
हिन्दुस्तान टीम,वाराणसीFri, 22 Jan 2021 09:40 PM
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वाराणसी। प्रमुख संवाददाता

छोटे लोहिया के रूप में ख्याति रखने वाले जनेश्वर मिश्र ने समाज हित के लिए एक साथ कई भूमिकाओं का निर्वाह किया। वह जाते-जाते विचारों की ऐसी डगर छोड़ गए, जिस पर चलकर लोग समाज और देश के लिए कुछ सार्थक कर सकते हैं। छोटे लोहिया में सूनी आंखों में सपनों को जगाने की अद्भुत क्षमता थी।

ये बातें समाजवादी पार्टी की महानगर इकाई की ओर से जनेश्वर मिश्र की 11वीं पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में वक्ताओं ने कहीं। सपा महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा ने कहा कि 1933 में बलिया के शुभनथहीं गांव में जन्मे जनेश्वर मिश्र सदा सार्थक बहस करने में रुचि लेते थे। सभा में डॉ. उमाशंकर यादव, शालिनी यादव, जितेन्द्र यादव, अजय चौधरी, शमीम अंसारी, पूजा यादव आदि ने हिस्सा लिया। सपा की जिला इकाई के भट्टी स्थित कैंप कार्यालय पुण्यतिथि मनाई गई। मुख्य अतिथि हाल ही में बसपा से सपा में शामिल हुए डॉ. केके सचान थे। अध्यक्षता जिला अध्यक्ष सुजीत यादव लक्कड़ ने की। वक्ताओं ने कहा कि जनेश्वर मिश्र समाजवादी आंदोलन के एक योद्धा के रूप में सदैव याद किए जाएंगे। पूर्व मंत्री मनोज राय धूपचंडी ने कहा कि जनेश्वर मिश्र सात बार केंद्रीय मंत्री रहे फिर भी उनके पास न अपनी गाड़ी थी और न ही बंगला। कार्यक्रम में डॉ. बहादुर सिंह यादव, आनंद मौर्य, राजेश यादव नत्थू ने भी विचार व्यक्त किए। हरहुआ ब्लॉक के ग्राम गनेशपुर में श्रद्धांजलि समारोह आनंद मोहन गुड्डू के नेतृत्व में मनाया गया। इस मौके पर गरीबों के बीच कंबल वितरण भी किया गया।

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