जमीयत का एक ही नारा, प्यार-मोहब्बत भाईचारा
शहर की सड़कों पर रविवार को जान से प्यारा देश हमारा, हिन्दुस्तान जिंदाबाद, जमीयत का एक ही नारा प्यार-मोहब्बत भाईचारा एवं फिरकापरस्ती मुर्दाबाद जैसे नारों की गूंज हुई। संदेश दिया गया कि तरक्की के लिए...
शहर की सड़कों पर रविवार को जान से प्यारा देश हमारा, हिन्दुस्तान जिंदाबाद, जमीयत का एक ही नारा प्यार-मोहब्बत भाईचारा एवं फिरकापरस्ती मुर्दाबाद जैसे नारों की गूंज हुई। संदेश दिया गया कि तरक्की के लिए अमन जरूरी है, तभी मुल्क में मतभेद दूर होगा। मौका था धर्मगुरुओं की अगुवाई में निकले अमन मार्च का।
जमीयत उलमा-ए-बनारस के बैनर तले मार्च मदनपुरा से पीलीकोठी के लिए रवाना हुआ जिसमें मुफ्ती-ए-बनारस मौ. अब्दुल बातिन नोमानी, विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत डॉ. कुलपति तिवारी, भाई अमरप्रीत सिंह, फादर आनंद एवं मौ. हारुन रसीद नक्शबंदी आदि की अगुवाई में लोग हाथ में तिरंगा व नारे लिखी तख्ती लिए और जयकारे लगाते चल रहे थे। मार्च गोदौलिया, चौक, मैदागिन, विश्वेश्वरगंज होते हुए पीलीकोठी पहुंचकर सभा में तब्दील हो गया।
सभा में कुलपति तिवारी ने कहा कि हमारा देश वसुधैव कुटुम्बकम् की विचारधारा पर चलता है। हम सभी में मतभेद हो मगर मनभेद न हो। मौ. अब्दुल बातिन नोमानी ने कहा कि देश की खुशहाली के लिए सभी धर्मों को एक समान विचारधारा के साथ आगे बढ़ना होगा। फादर आनंद ने कहा कि देश का विकास अमन से ही होगा। अन्य धर्मगुरुओं ने भी विचार रखे। संचालन इशरत उस्मानी ने किया। मार्च में श्रीविद्यामठ के मयंक शेखर मिश्र, अशोक सिंह, हाफीज उबैदुल्लाह, हाजी अब्दुल मालिक, मुफ्ती महमूद आलम, मौ. अबू सहमा कासमी, मौ. रेयाज अहमद, हाजी फैयाजुद्दीन, हाजी तफ्सीर अहमद आदि शामिल रहे।