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तापमान बढ़ने से हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ा, घरों से जरूरी हो तभी निकलें

वाराणसी में तापमान बढ़ते ही हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ गया है। हीट स्ट्रोक के खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। अस्पताल में हर रोज एक दर्जन से अधिक मरीज डायरिया के आने शुरू हो गए हैं।...

तापमान बढ़ने से हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ा, घरों से जरूरी हो तभी निकलें
वाराणसी कार्यालय संवाददाताWed, 27 May 2020 09:37 PM
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वाराणसी में तापमान बढ़ते ही हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ गया है। हीट स्ट्रोक के खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। अस्पताल में हर रोज एक दर्जन से अधिक मरीज डायरिया के आने शुरू हो गए हैं। इसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही मंडलीय अस्पताल में बेड रिजर्व कर दिया गया है। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने भी लोगों से जरूरी होने पर ही घरों से निकलने की अपील की है।

दो दिन में तीन लोगों की मौत हुई है। इसे हीट स्ट्रोक से मौत की अंदेशा जताया जा रहा है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग इसकी जांच कर रहा है। इस मामले में सीएमओ डॉ. वीबी सिंह ने बताया कि इनकी मौत के कारणों का पता किया जा रहा है। वहीं, सभी स्वास्थ्य केंद्र पर डायरिया के हर रोज करीब एक दर्जन मरीज आ रहे हैं। 

चिलचिलाती धूप और गर्म हवा में घर से बाहर निकलना सेहत पर भारी पड़ सकता है। इस मौसम में सबसे ज्यादा हीट स्ट्रोक का खतरा होता है। पिछले तीन दिन से लगातार तापमान बढ़ने के कारण अस्पताल की ओपीडी में पहुंचने वाले ज्यादातर मरीज उल्टी, दस्त, डिहाइड्रेशन के शिकार हैं। इसमें बच्चों और युवाओं की संख्या अधिक है। शरीर में पानी की कमी होना, आंखों में जलन और खून गर्म होना है। इस समस्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर आ गया है। सीएमओ डॉ. वीबी सिंह ने सभी पीएचसी, सीएचसी और मंडलीय अस्पताल में बेड रिजर्व करने का निर्देश दिया है। सीएमओ के आदेश के बाद पीएचसी में चार, सीएचसी में दो और मंडलीय अस्पताल में आठ बेड रिजर्व किए गए हैं। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग लोगों को सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे के बीच घर से नहीं निकलने की अपील कर रहा है। 

कैसे करें बचाव
हीट स्ट्रोक से बचने के लिए रोजाना कम से कम 2 से 3 लीटर पानी पीएं। इसके अलावा आप घरेलू उपायों की मदद भी ले सकते हैं। जैसे छाछ, चावल का पानी, नींबू या आम का रस और दाल का सूप। इतना ही नहीं आप हल्के, ढीले और पूरी आस्तिन वाले कपड़े ही पहने और सिर को हमेशा कवर करके रखें। साथ ही शरीर के बढ़ते तापमान को कंट्रोल करने के लिए ठंडे पानी से नहाएं।

सभी स्वास्थ्य केंद्र पर अलग वार्ड 
सीएमओ डॉ. वीबी सिंह ने सभी स्वास्थ्य केंद्र पर अलग वार्ड बनाने निर्देश दिया है। इसके साथ ही ग्राम प्रधान, पार्षद, स्वयंसेवी संस्था द्वारा पियाऊ की व्यवस्था करने और वहां पर सेनेटाइजर रखने की अपील की है। इसके साथ ही शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के निगरानी समिति के सदस्यों से बाहर से आने वाले लोगों की देखभाल करने और हीट स्ट्रोक का संदेह होने पर तत्काल स्वास्थ्य विभाग को सूचना देने का निर्देश दिया गया है। खराब हैंड पंप को भी ठीक कराने का निर्देश दिया गया है। 

हीट स्ट्रोक के लिए कंट्रोल रूम 
हीट स्ट्रोक को लेकर प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर हो गया है। हीट स्ट्रोक के खतरे को देखते हुए एक कंट्रोल रूम बनाया गया है। इस कंट्रोल रूम का नंबर 9918901467 है। किसी भी आकस्मिक स्थिति में लोग इस नंबर पर कॉल कर सकते हैं। कंट्रोल रूम का प्रभारी डॉ. जंग बहादुर को बनाया गया है।

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