आईआईटी बीएचयू : काशी यात्रा में दिखेगी सांस्कृतिक विविधता
आईआईटी बीएचयू के सांस्कृतिक उत्सव काशी यात्रा में भारतीय संस्कृति की बहुलता में एकता की झलक मिलेगी। 17 से 20 जनवरी तक होने वाले तकनीकी महोत्सव में इस बार की थीम भारत की सांस्कृतिक पहचान में बहुलता...
आईआईटी बीएचयू के सांस्कृतिक उत्सव काशी यात्रा में भारतीय संस्कृति की बहुलता में एकता की झलक मिलेगी। 17 से 20 जनवरी तक होने वाले तकनीकी महोत्सव में इस बार की थीम भारत की सांस्कृतिक पहचान में बहुलता रखी गई है। संस्थान में इसकी तैयारियां शुरू हो गई हैं। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के अलावा तकनीक के आदान-प्रदान पर मंथन भी होगा। आईआईटी के छात्र-छात्राओं में इस उत्सव को लेकर गजब का उत्साह है।
काशी यात्रा में देश भर से दो हजार से अधिक तकनीकी दक्ष युवा शिरकत करेंगे। महोत्सव में नृत्य, अभिनय, संवाद तथा कला से जुड़ी विविध प्रतियोगिताएं होंगी। कार्यक्रमों में भारतीय गीत संगीत की झलक मिलेगी तो इंटरनेशनल बैंड का भी रोमांच रहेगा। विभिन्न छात्रावासों के साथ विभागों को उत्सव के लिए सजाया जाएगा। कैंपस को ज्ञान गांव के रूप में प्रदर्शित किया जाएगा जिसमें अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस युवा व भविष्य की चुनौतियों की झलक मिलेगी।
1971 से शुरू हुई काशीयात्रा
आईआईटी बीएचयू में 1971 से काशीयात्रा का आयोजन शुरू हुआ है। इसकी शुरुआत देशभर से जुटे तकनीकी दक्ष युवाओं में छिपी अन्य कलाओं के प्रदर्शन के लिए हुई। महोत्सव में आठ अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित होंगे। नटराज के तहत इंडियन व वेस्टर्न डांस के कार्यक्रम होंगे तो बंदिश में भारतीय संगीत की आभा झलकेगी। क्रांसविंड के तहत रॉक बैंड की धूम होगी तो मिराज के तहत लाईफ स्टाइल शो में भारतीय परिधानों को प्रदर्शित किया जाएगा। अभिनय, संवाद, चित्रकला तथा क्विज की भी प्रतियोगिताएं होंगी।