ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश वाराणसीएक सप्ताह में गंगा का जलस्तर नहीं बढ़ा तो पानी को तरसेंगे लोग

एक सप्ताह में गंगा का जलस्तर नहीं बढ़ा तो पानी को तरसेंगे लोग

गंगा के जलस्तर में लगातार कमी से शहर के बड़े भाग के बाशिंदों के लिए पेयजल का संकट और गंभीर करेगा। फिलहाल कम ही सही मगर जलापूर्ति हो रही है लेकिन एक सप्ताह में जलस्तर नहीं बढ़ा तो लोगों को पानी के लिए...

एक सप्ताह में गंगा का जलस्तर नहीं बढ़ा तो पानी को तरसेंगे लोग
वाराणसी। प्रमुख संवाददाताTue, 26 Jun 2018 05:20 PM
ऐप पर पढ़ें

गंगा के जलस्तर में लगातार कमी से शहर के बड़े भाग के बाशिंदों के लिए पेयजल का संकट और गंभीर करेगा। फिलहाल कम ही सही मगर जलापूर्ति हो रही है लेकिन एक सप्ताह में जलस्तर नहीं बढ़ा तो लोगों को पानी के लिए तरसना पड़ेगा। 

गंगा का जलस्तर इतना कम हो गया है कि भदैनी पंपिंग स्टेशन पर पानी खींचते वक्त ऊपर भवर जैसी स्थिति आभास करा रही है। यह संकेत है कि अब जलस्तर गिरा तो यह पंप भी पानी खींचना बंद कर देगा।

भदैनी घाट पर लगे मुख्य पंप से इस वक्त जल का स्तर नौ फुट नीचे है। एक अन्य पंप के सहारे फिलहाल जल उठाया जा रहा है। सोमवार को बनारस में गंगा का जलस्तर 57.50 मीटर था। बीते वर्ष 29 जून को जलस्तर 58.27 मीटर दर्ज किया गया था। उस दृष्टि से भी गंगा का जलस्तर 80 सेंटीमीटर कम हो गया है। 

विशेषज्ञों का मानना है कि पहाड़ों पर और गंगा घाटी में यदि अगले दो-तीन दिन में जोरदार बारिश हो तो शहर से पेयजल संकट फिलहाल टल सकता है। यदि पहाड़ों में बारिश नहीं हुई तो कानपुर के गंगा बैराज से जल छोड़ना पहला विकल्प होगा। वहां भी इतना जल नहीं कि जरूरत से अधिक छोड़ दिया आए। बैराज के आठ फाटकों में से सिर्फ एक से ही गंगा जल इलाहाबाद की ओर छोड़ा जा रहा है। 

इलाहाबाद से पहले यमुना में मिलने वाली चंबल, बेतवा, केन आदि नदियों के कारण इलाहाबाद में यमुना में जल की मात्रा बढ़ जा रही है जो वहां गंगा से संगम के बाद वाराणसी की ओर बढ़ रही है। यदि चंबल आदि इलाकों में भी तेज बारिश हो जाए तो बनारस में गंगा किनारे बसे लोगों को राहत मिल सकती है। गंगा में जल की कमी को देखते हुए कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने नरौरा अथवा कापनुर बैराज से बनारस के लिए पानी छोड़ने के लिए शासन को  प्रत्र लिखा है।

बीच शहर के इलाके भी प्रभावित
पेयजल आपूर्ति के लिए गंगा से जल का उठाव कम होने का दुष्प्रभाव गंगा किनारे बसे पक्के महाल के मोहल्लों के साथ ही साथ बीच शहर के कई इलाके भी पेयजल संकट से गुजर रहे हैं। शहर के भेलूपुरा, मालती बाग, सिगरा, सोनिया, महमूरगंज आदि इलाकों में शाम के वक्त पेयजल की आपूर्ति नहीं हो पा रही है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें