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हिन्दी दिवस: हिन्दी दुनिया की दूसरी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा

देश की आर्थिक समृद्धि के साथ ही हमारी मातृभाषा हिन्दी का प्रसार भी तेजी से बढ़ रहा है। 14 सितंबर हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाता है क्योंकि इसी तारीख को हमारी संविधान सभा ने इसे आधिकारिक भाषा के...

हिन्दी दिवस: हिन्दी दुनिया की दूसरी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा
वाराणसी। निज संवाददाताThu, 14 Sep 2017 06:20 PM
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देश की आर्थिक समृद्धि के साथ ही हमारी मातृभाषा हिन्दी का प्रसार भी तेजी से बढ़ रहा है। 14 सितंबर हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाता है क्योंकि इसी तारीख को हमारी संविधान सभा ने इसे आधिकारिक भाषा के रूप में मान्यता दी थी। आज दुनिया में दूसरी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा हिन्दी है। 

बीएचयू हिन्दी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. अशोक सिंह ने कहा कि किसी भी आर्थिक रूप से संपन्न देश की मातृभाषा उसकी पहचान है। अन्य देशों के लोग उसी भाषा को सीखना चाहते हैं। हिन्दी प्राचीन काल से ही भारतीय इतिहास को उजागर करती है। यह भविष्य में भी हमारी पहचान की कुंजी रहेगी। यह बहुत ही विशाल भाषा है, जो अन्य देशों नेपाल और मॉरीशस के लोगों द्वारा भी बोली जाती है। यह एक-दूसरे के साथ बातचीत करने के लिए आसान व सरल साधन है। 

बीएचयू हिन्दी विभाग के प्रो. श्रीनिवास पांडेय ने कहा, हिन्दी की सबसे बड़ी विशेषता है कि यह जैसे बोली जाती है, वैसे ही लिखी और पढ़ी भी जाती है। यह सर्वग्राह्य भाषा इसलिए है क्योंकि, दुनिया में चीनी भाषा के बाद सबसे ज्यादा बोली जाती है। शिक्षा के क्षेत्र में सफलता पाने के लिए लोगों को भले ही लगे कि अंग्रेजी अनिवार्य है, लेकिन हिन्दी का सम्पूर्ण ज्ञान व्यक्ति को विशेष दर्जा दिलाता है। हिन्दी की देवनागरी लिपि सबसे अधिक वैज्ञानिक है। इसमें स्वर और वयंजन का अलग-अलग विभाजन है। 

बीएचयू के हिन्दी अधिकारी डॉ. विचित्रसेन ने कहा कि हिन्दी की विशेषता यह है कि इसे लिखने से ज्यादा आसान बोलना है। विदेशों के करीब 150 विश्वविद्यालयों में हिन्दी की पढ़ाई हो रही है। समय के साथ हिन्दी ने अपने महत्व को पुष्ट किया है। बाजारीकरण की भाषा के रूप में भी हिन्दी जानी जा रही है। मल्टीनेशनल कंपनियां भी अपने उत्पादों की जानकारी हिन्दी में उपलब्ध करा रही हैं। वर्ष 2000 के बाद के बने दुनिया के हर कंप्यूटर में मंगल फॉन्ट होते हैं। प्रबंधन के साथ ही तकनीक और चिकित्सा के क्षेत्र में भी हिन्दी का प्रयोग बढ़ा है।

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