स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद की अर्जी पर सुनवाई 18 तक टली
सिविल जज सीनियर डिविजन कुमुदलता त्रिपाठी की अदालत में शुक्रवार को ज्ञानवापी परिसर में मिली शिवलिंग की आकृति के पूजा-पाठ, राग-भोग व आरती की मांग से...

वाराणसी, संवाददाता। सिविल जज सीनियर डिविजन कुमुदलता त्रिपाठी की अदालत में शुक्रवार को ज्ञानवापी परिसर में मिली शिवलिंग की आकृति के पूजा-पाठ, राग-भोग व आरती की मांग से सबंधित अर्जी पर सुनवाई नहीं हो सकी। पीठासीन अदालत के अवकाश पर होने के कारण सुनवाई के लिए अगली तिथि 18 नवम्बर नियत की गई है।
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद व रामसजीवन ने कोर्ट कमीशन की कार्यवाही में मिली शिवलिंग की आकृति के विधिवत राग-भोग, पूजन व आरती की अनुमति देने की मांग की है। उन्होंने अपनी अर्जी में कहा है कि जिला प्रशासन को पूजा भोग की विधिवत व्यवस्था करनी चाहिए थी। उन्होंने तर्क दिया है कि कानूनन देवता की परिस्थिति एक जीवित बच्चे के समान होती है। उसे अन्न-जल आदि न देना संविधान की धारा अनुच्छेद-21 के तहत दैहिक स्वतंत्रता के मूल अधिकार का उल्लंघन है।
