जेब में गुलाब-अपराजिता मिले, मिली केसर,चंदन की सुगंध
काशी कोतवाल भैरव उत्सव के तीसरे दिन श्रीभैरव दरबार में हजारों भक्तों ने मंत्र शक्तिपात का अनुभव किया। अनेक भक्तों को केसर, खस, चंदन आदि विभिन्न...
वाराणसी। काशी कोतवाल भैरव उत्सव के तीसरे दिन श्रीभैरव दरबार में हजारों भक्तों ने मंत्र शक्तिपात का अनुभव किया। अनेक भक्तों को केसर, खस, चंदन आदि विभिन्न प्रकार की सुंगध का एहसास हुआ। किसी को अपनी जेब में गुलाब, अपराजिता आदि पुष्प तो महिलाओं को अपनी पर्स में कुमकुम तथा बेल पत्र इत्यादि मिले।
नरिया स्थित रामनाथ चौधरी शोध संस्थान में श्रीकृष्णगिरी शक्तिपीठाधीपति डॉ. वसंतविजय महाराज मंत्रोच्चार कर रहे थे। इस दौरान बहुत से श्रद्धालुओं ने अपनी जेब में 2, 5, 10 के सिक्कों सहित 20, 50, 100 व ₹500 के नोट पाए। डॉ. वसंत विजय ने दुर्लभ बीज मंत्रों का वाचन कर श्रद्धालुओं को लाभान्वित किया। उन्होंने चमत्कारिक अनुभवों को देवी पद्मावती को समर्पित किया। शक्तिपात अनुभव की थॉट योग के चैनल पर लाइव के दौरान कमेंट सेक्शन में लंबी कतार लग गई।
जादू नहीं, चमत्कार है
डा. वसन्तविजय महाराज ने कहा कि यह कोई मैजिक नहीं, दैवीय शक्तियों के इस धरा पर होने का साक्षात चमत्कार है। भक्ति के साथ कोई आध्यात्मिक अनुभव होने पर देव शक्तियों का एहसास होता है।
भैरव महिमा का हुआ नाट्य मंचन
आयोजन स्थल पर प्रतिदिन 1,08,000 भैरव मूर्तियों का निर्माण निर्बाध गति से जारी है। सुबह के सत्र में पूजा, जप, साधना, आराधना की जा रही है। शुक्रवार को उज्जैन के 30 कलाकारों ने भैरव देव की महिमा एवं मां पद्मावती का नाट्य मंचन किया। जरूरतमंदों को कंबल वितरण किया गया।
