फ्लाईओवर हादसा: सेतु निगम दफ्तर पहुंची क्राइम ब्रांच, चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर से पूछताछ
कैंट फ्लाईओवर हादसे में 15 लोगों की मौत के मामले में सेतु निगम के अफसरों पर अब गिरफ्तारी की तलवार लटकने लगी है। गुरुवार को एडीजी पीवी रामाशास्त्री के निर्देश पर क्राइम ब्रांच ने सेतु निगम के अफसरों...
कैंट फ्लाईओवर हादसे में 15 लोगों की मौत के मामले में सेतु निगम के अफसरों पर अब गिरफ्तारी की तलवार लटकने लगी है। गुरुवार को एडीजी पीवी रामाशास्त्री के निर्देश पर क्राइम ब्रांच ने सेतु निगम के अफसरों के खिलाफ दर्ज गैर इरादतन हत्या के मामले जांच शुरु कर दी है।
एसपी क्राइम ज्ञानेन्द्र नाथ प्रसाद के नेतृत्व में पहुंची टीम ने सेतु निगम के निलम्बित चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर (सीपीएम)हरिश्चन्द्र तिवारी से प्रोजेक्ट से जुड़े सभी अधिकारियों व कर्मचारियों की सूची तलब की। एक घंटे तक चली पूछताछ के दौरान करीब 15 बिंदुओं पर उनसे अगले 24 घंटे के अंदर जवाब मांगे हैं। एसपी क्राइम ने संकेत दिए कि जवाब संतोषजनक नहीं हुआ तो अफसरों की गिरफ्तारी की जा सकती है।
क्राइम ब्रांच की टीम दोपहर तीन बजे सेतु निगम कार्यालय पहुंची। मौके पर मौजूद चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर से हादसे के बाबत जानकारी ली। इस दौरान टीम ने अलग-अलग बिंदुओं पर सवाल पूछे। निर्माण से जुड़ी फाइलों को देखा। पूछा कि मौके पर कौन अभियंता था? निर्माण कार्य की कब-कब जांच की जाती है? बीम हटाते समय कोई अधिकारी मौके पर था या नहीं? निर्माण कार्य की निगरानी व मॉनिटरिंग किसके जिम्मे है? कुल कितने कर्मचारी लगे हैं और कितने घंटे काम होता है। करीब एक घंटे तक टीम ने प्रोजेक्ट से जुड़ी हर जानकारी मांगी। इसमें से कई सवालों का जवाब तो प्रोजेक्ट मैनेजर ने दिया लेकिन अधिकतर सवालों का उत्तर नहीं दे पाए। इस दौरान प्रोजेक्ट ऑफिसर केआर सुदन से भी पूछताछ की गई।
एसपी क्राइम ने बताया कि फ्लाईओवर हादसे में दर्ज एफआईआर के तहत सेतु निगम के अफसरों से प्रोजेक्ट से जुड़े सारे अधिकारियों व कर्मचारियों की सूची मांगी गई है। इसके अलावा फ्लाईओवर का निर्माण करा रहे ठेकेदार, निर्माण सामाग्री कहां से लाते हैं और आपूर्तिकर्ता कौन है आदि समेत अन्य कई जानकारी मांगी गई है। साथ ही फ्लाईओवर निर्माण के सुरक्षा मानक और उनकी जांच करने वाले अधिकारी के बारे में भी पूछताछ किया गया है। उन्होंने बताया कि सीपीआरओ ने सभी जानकारी देने के लिए एक दिन का समय मांगा है। एसपी क्राइम के मुताबिक जवाब मिलने के बाद अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों से पूछताछ की जाएगी। इस दौरान सीओ क्राइम अभिनव यादव, क्राइम ब्रांच प्रभारी विक्रम सिंह, जांच अधिकारी फरीद अहमद, इंस्पेक्टर दिलीप सिंह, एसआई राकेश सिंह समेत 20 दरोगाओं की टीम मौजूद रही।