शिक्षकों को मिलेगा वित्तीय प्रबंधन का प्रशिक्षण
प्राइमरी और जूनियर विद्यालयों के शिक्षकों को वित्तीय प्रबंधन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इन स्कूलों में हेडमास्टर का काम देख रहे शिक्षकों को शैक्षिक के...
वाराणसी। वरिष्ठ संवाददाता
प्राइमरी और जूनियर विद्यालयों के शिक्षकों को वित्तीय प्रबंधन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इन स्कूलों में हेडमास्टर का काम देख रहे शिक्षकों को शैक्षिक के साथ प्रशासकीय दायित्व भी निभाने होते हैं। इसमें वित्तीय प्रबंधन भी महत्वपूर्ण है। पिछले दिनों स्कूलों के निरीक्षण में पाया गया कि अधिकतर स्कूलों में वित्त सम्बन्धी अभिलेखों का रखरखाव सही ढंग से नहीं हो रहा है। इससे अनुदानों के दुरुपयोग की भी आशंका है। इसको देखते हुए प्रथम चरण में सभी हेडमास्टरों को वित्तीय मामलों का प्रशिक्षण देने का निर्देश दिया गया है। राज्य मुख्यालय ने भी इस दिशा में पहल की थी। अब जिला प्रशासन ने भी निर्देश दिया है। फिलहाल लगभग 1400 विद्यालयों में कार्यरत समस्त प्रधान अध्यापकों को ऑनलाइन वित्तीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस सिलसिले में बेसिक शिक्षा के यू-ट्यूब चैनल पर वित्त एवं लेखाधिकारी द्वारा तैयार वीडियो अपलोड किया गया है। बाद में शिक्षकों को गुगल मीट से जोड़ा जाएगा।
शिक्षकों को प्रशिक्षित करने की जिम्मेदारी वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय को दी गई है। वित्त एवं लेखाधिकारी अनूप मिश्र ने बताया है कि वित्तीय अभिलेखों जैसे रोकड़-बही ,लेजर आदि का रखरखाव विद्यालयों में नियमानुसार नहीं हो रहा है, जिससे वित्तीय अनुशासन बनाए रखने और ऑडिट आदि में गंभीर समस्याएं आ रही है। भविष्य में वित्तीय अनियमितता की आशंका बनी रहेगी। ऐसी स्थिति में वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा जनपद में वित्तीय नियमों की जागरूकता के लिए प्रशिक्षण का निर्णय लिया गया है। प्रशिक्षण में मुख्यत: वित्तीय अभिलेखों के रखरखाव और बजट संबंधी नियमों के पालन पर जोर होगा।