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प्राइमरी के अनुभवी शिक्षक फिर बने 'छात्र'

बेसिक शिक्षा परिषषद के स्कूलों में नए सत्र से एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू करने की तैयारी तेज हो गई है। पाठ्यक्रम और उसके अनुसार किताबें लागू करने...

प्राइमरी के अनुभवी शिक्षक फिर बने 'छात्र'
हिन्दुस्तान टीम,वाराणसीMon, 18 Jan 2021 03:07 AM
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वाराणसी। वरिष्ठ संवाददाता

बेसिक शिक्षा परिषषद के स्कूलों में नए सत्र से एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू करने की तैयारी तेज हो गई है। पाठ्यक्रम और उसके अनुसार किताबें लागू करने से पहले शिक्षकों का प्रशिक्षण 15 जनवरी से शुरू हो गया है। ताकि उन्हें पढ़ाने में और बच्चों को समझने में कोई दिक्कत न हो। खास यह कि शासन की गाइड लाइन के मुताबिक कक्षा एक में पढ़ाने के लिए विद्यालय के सबसे अनुभवी और योग्य शिक्षक को प्रशिक्षित किया जा रहा है। यह ट्रेनिंग 15 मार्च तक चलेगी।

25-25 के ग्रुप में प्रशिक्षण

ब्लाक स्तर के शिक्षकों को मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षित कर रहे हैं। वाराणसी स्थित राज्य हिन्दी संस्थान हिन्दी की किताब ‘रिमझिम पढ़ाने के लिए मास्टर ट्रेनर तैयार किया है। कर रहा है। ब्लाक स्तर पर फेस टु फेस मोड में 25-25 शिक्षक प्रशिक्षित होंगे। शिक्षकों को प्रशिक्षण माड्यूल और एनसीईआरटी की पुस्तकों का एक सेट दिया जाएगा।

ये करेंगे निगरानी

ट्रेनिंग की निगरानी की जिम्मेदारी डायट प्राचार्य, बीएसए, बीईओ और डायट प्राचार्य की ओर से नामित संकाय के सदस्य करेंगे। प्रशिक्षण की वीडियो रिकार्डिंग भी होगी। विभिन्न सत्रों में चलने वाली ट्रेनिंग में शिक्षकों की उपस्थिति अनिवार्य है।

प्रशिक्षण का अलग माड्यूल

राज्य हिन्दी संस्थान की निदेशक ऋचा जोशी ने बताया कि प्रदेशभर से चयनित शिक्षकों को मास्टर ट्रेनर के रूप में ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसमें एमएस टीम एप के अलावा संस्थान और बाह्य विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण के लिए अलग माड्यूल तैयार हुआ है। किताब के आवरण पृष्ठ से लेकर सभी पाठों, चित्रों, अभ्यासों के बारे में मास्टर ट्रेनरों को प्रशिक्षित किया जा रहा है।

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