स्वास्थ्य उपकेन्द्रों को अपग्रेड करने पर जोर
देश की चिकित्सा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए मंगलवार को नई दिल्ली में स्वास्थ्य मंत्रालय की बैठक हुई जिसमें अस्पतालों के साथ उपकेन्द्रों की सुविधाओं के विस्तारीकरण पर विशेषज्ञों ने चर्चा की। बैठक...
देश की चिकित्सा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए मंगलवार को नई दिल्ली में स्वास्थ्य मंत्रालय की बैठक हुई जिसमें अस्पतालों के साथ उपकेन्द्रों की सुविधाओं के विस्तारीकरण पर विशेषज्ञों ने चर्चा की। बैठक में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सुविधाओं से जुड़े देशभर के विशेषज्ञों ने भाग लिया। उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व वाराणसी के सीएमओ डॉ. वीबी सिंह ने किया। बैठक में देशभर से केवल वाराणसी और उदयपुर के सीएमओ शामिल हुए।
नेशनल हेल्थ सिस्टम रिसोर्स सेंटर की संयुक्त सचिव डॉ. रजनी वेद की अध्यक्षता में हुई बैठक का मुख्य उद्देश्य चिकित्सा व्यवस्था के संबंध में 2012 में बनी रूपरेखा को अपग्रेड करना था। उन्होंने सभी विशेषज्ञों से इंडियन पब्लिक स्टैंडर्ड के मानकों के संदर्भ में राय मशविरा किया। अस्पतालों को अपग्रेड करने से लेकर मरीजों की संतुष्टि तक के बिन्दुओं को चर्चा में शामिल किया गया।
सीएमओ डॉ. वीबी सिंह ने बताया कि उन्होंने मरीजों के लोड के अनुसार अस्पतालों और केन्द्रों के वर्गीकरण की रूपरेखा बताई। उनका कहना था कि इसके आधार पर ही अस्पतालों को श्रेणीबद्ध करना चाहिए। क्योंकि आमतौर पर कई सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र से कम मरीज आते हैं। इसलिए उन प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को अपग्रेड करने की जरूरत है। इसके साथ ही सरकारी अस्पतालों में आईसीयू की कमी पर भी बात हुई। संयुक्त सचिव को प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में इसकी कमी से होने वाली परेशानियों और मेडिकल कॉलेजों पर बढ़ते दबाव की जानकारी दी गई।