EID 2020 : सेवइयां तो बनी लेकिन नहीं हुई दावत, अपनों के साथ घर में मना जश्न VIDEO
काशी में सोमवार को ईद की रौनक छाई रही। लॉकडाउन के कारण भले ही लोग मस्जिदों में नहीं जा सके लेकिन घर पर ही जश्न मनता रहा। लोगों ने हर साल की तरह पकवान और सेवइयां बनाईं। फोन और सोशल मीडिया के...

काशी में सोमवार को ईद की रौनक छाई रही। लॉकडाउन के कारण भले ही लोग मस्जिदों में नहीं जा सके लेकिन घर पर ही जश्न मनता रहा। लोगों ने हर साल की तरह पकवान और सेवइयां बनाईं। फोन और सोशल मीडिया के जरिये एक दूसरे को बधाइयां दी। मस्जिदों में केवल पांच लोगों ने नमाज अदा की और कोरोना के खिलाफ लड़ी जा रही जंग में जीत की दुआ मांगी।
घरों में बच्चे से लेकर बड़े तक सुबह उठकर नमाज पढ़ने के लिए तैयार हुए। हर घर में हाथ उठे और खुदा से इस महामारी से महफूज रखने की दुआएं मांगी गई। यूं तो रविवार को ईद की चांद के बाद ही सोशल साइट पर मुबारकबाद देने का सिलसिला शुरू हो गया, मगर सोमवार को नमाज के बाद यह सिलसिला और तेज हो गया। कोई वीडियो कॉलिंग तो कोई फोन और व्हाट्सएप से अपनों को मुबारकबाद देने में मशगूल था। घरों में सेवइयां तो पकी थीं। मगर दावतें नहीं हो रही थीं।
दालमंडी के कारोबारी मोहम्मद आसिफ के घर ईद पर तरह तरह के पकवान बने थे। उन्होंने परिवार के साथ ही इन पकवानों का आनंद लिया। कहा कि हर साल की तरह इस साल भले ही ईद उस तरह से नहीं मना पाए लेकिन बच्चों के साथ खुशियां मनाने का अपना ही मजा है। रिश्तेदारों को हम फोन से बधाइयां दे रहे हैं। उनकी पत्नी जीनत के अनुसार सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल हमें रखना है। इसलिए हम लोगों ने घर पर ही नमाज पढ़ी और परिवार के साथ ही सेलिब्रेशन कर रहे हैं। ईद का मतलब भी यही होता है। अपने परिवार के साथ खुशियां बांटना भी ईद का एक संदेश है।
