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दुर्गोत्सव : 2.5 लाख स्ट्रा से तैयार हुई दुर्गा-प्रतिमा

जैतपुरा की बागेश्वरी देवी दुगोत्सव समिति का जिक्र आते ही आश्चर्य चकित कर देने वाली दुर्गा प्रतिमाओं की यादें जेहन में तैर जाती हैं। इस बार भी इस समिति ने लोगों को हैरान करने वाला काम किया है। समिति...

दुर्गा पूजा पंडाल
1/ 2दुर्गा पूजा पंडाल
मां दुर्गा की आराधना
2/ 2मां दुर्गा की आराधना
वाराणसी। प्रमुख संवाददाताWed, 27 Sep 2017 06:17 PM
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जैतपुरा की बागेश्वरी देवी दुगोत्सव समिति का जिक्र आते ही आश्चर्य चकित कर देने वाली दुर्गा प्रतिमाओं की यादें जेहन में तैर जाती हैं। इस बार भी इस समिति ने लोगों को हैरान करने वाला काम किया है। समिति के पंडाल में शीतल पेय पीने वाले स्ट्रा और शीतल पेय की बोतलों के ढक्कन से देवी-कुल को तैयार किया गया है। 

समिति के प्रमुख शैलेश द्विवेदी के अनुसार मां दुर्गा, गणेश, कार्तिकेय, लक्ष्मी, सरस्वती, सिंह और महिषासुर की प्रतिमाएं तैयार करने में करीब ढाई लाख स्ट्रॉ और शीतल पेय की बोतलों के 21 हजार ढक्कनों का उपयोग किया गया है। यह प्रतिमा करीब दो माह में बनकर तैयार हुई है। टाउनहाल में सार्वजनिक दुर्गोत्सव समिति के पंडाल में प्रतिमाओं की जगह चित्रकारी के जरिये दुर्गा कुल को प्रदर्शित किया गया है। पारा लाइट के जरिए यहां देवी की सतरंगी छवि दिखाई दे रही है। सुड़िया स्थित एसबी दुर्गोत्सव समिति के पूजा पंडाल में ओरियंटल शैली की दुर्गा प्रतिमा स्थापित की गई है। इस पूजा पंडाल में मां वैष्णो देवी की गुफा और भैरव घाटी को भी आकार दिया गया है। 

शिवाला स्थित चेतसिंह किला परिसर में केडीएस की विशाल दुर्गा प्रतिमा एक चाल की है। देवी प्रतिमा के पीछे छोटे-छोटे 1008 नारियल, 1008 कलश और 108 शिवमुख को बहुत ही सुंदर तरीके से प्रदर्शित किया गया है। 

बाबा मछोदरा नाथ के पूजा पंडाल में मां दुर्गा की चांदी की मूर्ति स्थापित की गई है। चांदी की ठोस मूर्ति का वजन 74 किलोग्राम है। पूजन के उपरांत यह प्रतिमा क्षेत्र में एक व्यक्ति के घर पर रखी जाएगी जहां पूरे वर्ष देवी का नित्य पूजन होगा। दुर्गाकुल की शेष  प्रतिमाओं को मिट्टी से बना कर उसे रूपहले रंग से रंगा गया है।

गोल्डेन जुबली वर्ष की तैयारी अभी से
देवी दुर्गा की प्रयोगधर्मी प्रतिमाओं की स्थापना के लिए विख्यात प्रह्लादघाट स्थित बाल स्पोर्टिंग क्लब अगले तीन वर्षों तक अपने आयोजन को सीमित रखेगा। क्लब के पदाधिकारी और सदस्य अब से ही गोल्डेन जुबली वर्ष की तैयारियों में जुट गए हैं। संरक्षक सुशील कुमार गुप्ता ने बताया कि तीन वर्ष बाद क्लब का गोल्डेन जुबली ईयर है। उस दौरान हम नौ दिवसीय दुर्गोत्सव की तैयारी कर रहे हैं। भक्तों को नवरात्र के सभी दिन देवी के नौ अलग-अलग स्वरूपों के दर्शन हमारे पूजा पंडाल में होंगे। उस आयोजन में सामान्य से तीन गुना अधिक बजट खर्च होगा। इसलिए हमने अब से ही तैयारी शुरू कर दी है। उन नौ दिनों में देश के जाने माने पार्श्वगायकों और सिने स्टार को आमंत्रित करने की भी योजना बन रही है। यह क्लब वर्ष 1970 से सार्वजनिक दुर्गा पूजा का आयोजन कर रहा है।  

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