ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश वाराणसीडाक्टर रीना को पहले अधमरा किया, फिर छत से फेंका गया

डाक्टर रीना को पहले अधमरा किया, फिर छत से फेंका गया

किसी भी संदिग्ध मौत के बाद जो काम पुलिस को करना चाहिए वह एक पिता अपनी बेटी को न्याय दिलाने के लिए कर रहा है। स्त्री रोग विशेषज्ञ डाक्टर रीना सिंह के पिता रंगनाथ सिंह बुधवार को एडीजी जोन से मिले।...

डाक्टर रीना को पहले अधमरा किया, फिर छत से फेंका गया
निज संवाददाता,वाराणसीWed, 10 Jul 2019 10:04 PM
ऐप पर पढ़ें

किसी भी संदिग्ध मौत के बाद जो काम पुलिस को करना चाहिए वह एक पिता अपनी बेटी को न्याय दिलाने के लिए कर रहा है। स्त्री रोग विशेषज्ञ डाक्टर रीना सिंह के पिता रंगनाथ सिंह बुधवार को एडीजी जोन से मिले। बेटी की मौत से संबंधित ऐसे तथ्यों से उन्हें अवगत कराया जो साबित करते हैं कि रीना सिंह की हत्या हुई है। वह छत से गिरी नहीं बल्कि उन्हें छत से फेंका गया है। 

डाक्टर रीना के पिता ने एडीजी जोन को बताया कि सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा है कि छत से गिरने के बाद बेटी के शरीर में कोई हलचल नहीं हुई। अगर कोई खुद भी गिरता है या कूदता है तो गिरने के बाद तड़पता है। इससे साफ है कि अधमरी स्थिति में रीना को फेंका गया है। एडीजी जोन ने जांच का आश्वासन देकर उन्हें वापस भेजा।

दो जुलाई को संदिग्ध परिस्थितियों में डाक्टर रीना की मौत हो गई थी। ससुरालियों ने सीढी से गिरने के कारण मौत बताया था। सीसीटीवी फुटेज में रीना छत से गिरते दिखाई दी थी। फुटेज के आधार पर ही पति डाक्टर आलोक सिंह, सास अौर ससुर के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। पति डॉ. आलोक सिंह पर मुकदमा तो दर्ज हो गया है। लेकिन पुलिस अब तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है।

बुधवार को रीना के पिता ने एडीजी जोन से मुलाकात कर कछुए की गति से चल रही पुलिसिया जांच पर कई सवाल खड़े किये। उन्होंने कहा कि रीना के पति डॉ. आलोक के ड्राइवर, घर की नौकरानी से अबतक पूछताछ नहीं हुई है। रीना की दोनों बच्चियों से भी कोई जानकारी लेने की पुलिस ने कोशिश नहीं की है। दोनों बच्चियां कहां है, यह भी नहीं बताया जा रहा है। पिता ने एडीजी जोन को बताया कि बेटी रीना की एड़िंया वर्षों पहले टूट गई थीं। इस कारण वह ज्यादा ऊंचाई पर नहीं चढ़ पाती थी। जिस रेलिंग पर चढ़ने की बात कही जा रही है, टूटी एढ़ियों के कारण उस पर चढ़ना संभव नहीं है। 

पिता ने कहा कि डॉ. आलोक के घर के ठीक बगल वाली छत से कोई भी आसानी से इनके छत पर आ सकता है। इसकी जांच होनी चाहिए। आशंका जताई कि डॉ. आलोक सीसीटीवी के मुताबिक कमरे से बाहर नहीं निकले हैं। लेकिन उनके खास लोग बगल की छत से आकर घटना को आसानी से अंजाम दे सकते हैं।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें