डिजिटल लेनदेन : फेरी-पटरी व्यवसायियों ने बनारस को बनाया नंबर वन
बनारस के फेरी-पटरी विक्रेता डिजिटल लेनदेन के मजबूत पाया बन चले हैं। होटल, रेस्टोरेंट, शॉपिंग मॉल और शोरुमों के बरअक्स डिजिटल इंडिया की यात्रा में...
वाराणसी। कार्यालय संवाददाता
बनारस के फेरी-पटरी विक्रेता डिजिटल लेनदेन के मजबूत पाया बन चले हैं। होटल, रेस्टोरेंट, शॉपिंग मॉल और शोरुमों के बरअक्स डिजिटल इंडिया की यात्रा में उनकी भूमिका कहीं से कमतर नहीं है। पिछले वित्तीय वर्ष में पीएम स्वनिधि के लाभार्थियों ने 142 करोड़ 23 लाख रुपये का डिजिटल लेनदेन किया है। उनके चलते पीएम स्वनिधि के मामले में बनारस उत्तर प्रदेश में पहले स्थान पर है। शहर में पीएम स्वनिधि के 32743 लाभार्थी हैं। इनमें 23212 यानी 70 प्रतिशत से ज्यादा लाभार्थी भीम, यूपीआई समेत निजी क्यूआर कोड से लेन-देन ज्यादा करते हैं। नगर आयुक्त प्रणय सिंह ने बताया कि पीएम स्वनिधि के लाभार्थी डिजिटल लेनदेन में सक्रिय हैं। इसके लिए प्रोत्साहित भी किया जा रहा है।
ऋण चुकाने की दर भी बेहतर
फेरी पटरी व्यवसायियों की ऋण चुकाने की दर भी बेहतर है। करीब 75 फीसदी लाभार्थी समय से ऋण चुका रहे हैं। 13338 लाभार्थियों ने पहली किश्त चुका दी है जबकि 13331 लाभार्थियों ने दूसरी किश्त का आवेदन किया है। इनमें 2366 का आवेदन स्वीकृत भी हो चुका है।
14.5 लाख रुपये कैशबैक
शहर में 12961 लाभार्थियों को बैंकों से 14.5 लाख रुपये कैशबैक मिला है। डिजिटल पेमेंट अधिक करने पर कैशबैक मिलने से फेरी-पटरी व्यवसायी उत्साहित होते हैं।
