जानलेवा हमला करने वाले समर्पण के फिराक में
चौबेपुर के पूरनपट्टी गांव में पत्रकार सुरेंद्र पांडेय और उनके बेटे को गोली मारने की घटना में पुलिस अब तक खाली हाथ है। घटना के 10 दिन हो चुके हैं।...

वाराणसी। कार्यालय संवाददाता
चौबेपुर के पूरनपट्टी गांव में पत्रकार सुरेंद्र पांडेय और उनके बेटे को गोली मारने की घटना में पुलिस अब तक खाली हाथ है। घटना के 10 दिन हो चुके हैं। पुलिस की सुस्ती का नतीजा है कि आरोपित समर्पण की तैयारी में है। आरोपित के अधिवक्ता कचहरी में सक्रिय हैं और चौबेपुर पुलिस सुस्त पड़ी है।
घटना 23 जनवरी की सुबह की है सुबह जब सुरेंद्र घर के बाहर चारपाई पर लेटे थे, तभी पड़ोसी दीपक मिश्रा, उसका भाई विशाल अपने साथियों के साथ आये और बेटे पवन पांडेय को लक्ष्य कर गोली मारी। पैर में गोली लगने से पवन खेत में गिर गये। बेटे को बचाने पहुंचे सुरेंद्र पांडेय को भी गोली मार दी थी। तब से नामजद आरोपित फरार हैं। पुलिस तीन अन्य अज्ञात की पहचान भी नहीं हो सकी है। सीओ पिंडरा अभिषेक पांडेय का कहना है कि आरोपितों के संभावित ठिकानों पर पुलिस दबिश दे रही है। हालांकि कोई पकड़ा नहीं जा सका है।
नस डैमेज होने के बाद बीएचयू अस्पताल रेफर
सुरेंद्र पांडेय के बेटे पवन की हालत में अब तक बहुत सुधार नहीं हुआ है। बीएचयू ट्रामा सेंटर में ऑपरेशन कर गोली निकाल दी गई थी लेकिन पैर की नसें डैमेज हो गई हैं। अब इलाज के लिए ट्रामा सेंटर से बीएचयू अस्पताल रेफर कर दिया गया है।
