ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश वाराणसीबीएचयू में पढ़ाया जाएगा सांस्कृतिक समाजवाद

बीएचयू में पढ़ाया जाएगा सांस्कृतिक समाजवाद

बीएचयू देश का पहला ऐसा विश्वविद्यालय बनने की ओर अग्रसर है, जहां सांस्कृतिक समाजवाद का अध्ययन-अध्यापन किया...

बीएचयू में पढ़ाया जाएगा सांस्कृतिक समाजवाद
हिन्दुस्तान टीम,वाराणसीTue, 23 Feb 2021 03:22 AM
ऐप पर पढ़ें

वाराणसी। प्रमुख संवाददाता

समाजवाद और समाजवादी चिंतन पर अध्ययन के लिए देश के कई केंद्रीय और राज्य विश्वविद्यालयों में शोध पीठ और केंद्र हैं, लेकिन बीएचयू देश का पहला ऐसा विश्वविद्यालय बनने की ओर अग्रसर है, जहां सांस्कृतिक समाजवाद का अध्ययन-अध्यापन किया जाएगा।

इसके लिए डॉ. राममनोहर लोहिया चेयर फॉर स्टडीज ऑफ कल्चरल सोशलिज्म की स्थापना सामाजिक विज्ञान संकाय में की जाएगी। पीएमओ की प्राथमिकता सूची के आधार पर शिक्षा मंत्रालय दिशा निर्देश मिलने के बाद संकाय में डॉ.राममनोहर लोहिया चेयर के गठन के लिए प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। संकाय के डीन प्रो. कौशल किशोर मिश्र के अनुसार सांस्कृतिक समाजवाद स्थापित करने का नारा सबसे पहले डॉ. राममनोहर लोहिया ने दिया था, इसलिए इस शोध पीठ की स्थापना भी उन्हीं के नाम पर की जाएगी। सांस्कृति समाजवाद एक ऐसा विषय है, जो अब तक शैक्षणिक संस्थानों में पूरी तरह उपेक्षित था। आत्मनिर्भर भारत के लिए सांस्कृतिक समाजवाद को समझना और जन जन को समझाना दोनों जरूरी है। यह कार्य तभी हो सकता है जब इस विषय का विधिवत अध्ययन-अध्यापन किया जाए। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक समाजवाद के संदर्भ में जनोपयोगी शोधकार्यों को प्रोत्साहित करने में इस शोध की भूमिका सबसे अहम होगी। चेयर के लिए पांच करोड़ का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें