काशी में सीएम: चंद घंटों में तैयार हो गया रैन बसेरा, वीडियो देखें...
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का रात में शहर बनारस को देखने का कार्यक्रम क्या तय हुआ, चितरंजन पार्क की दशा ही बदल गई। गुरुवार शाम छह बजे अचानक एक टेंट हाउस से सामान मंगा कर रैन बसेरा बनवा दिया गया। सफेद...
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का रात में शहर बनारस को देखने का कार्यक्रम क्या तय हुआ, चितरंजन पार्क की दशा ही बदल गई। गुरुवार शाम छह बजे अचानक एक टेंट हाउस से सामान मंगा कर रैन बसेरा बनवा दिया गया। सफेद चमचमाती कनात लगाने के बाद उसमें पहले मैट बिछाई गई। फिर गद्दे लगे और सफेद चमचमाती चादर भी बिछा दी गई।
आनन-फानन में चितरंजन पार्क के अंदर पर्याप्त प्रकाश और अलाव की भी व्यवस्था हो गई। इसके बाद घाट किनारे बैठे लोगों को यहां सोने के लिए बुलाया गया। रैन बसेरा में आने वाले हर गरीब को एक की जगह दो-दो कंबल दिए गए। बड़ागांव बसनी के नंदलाल मिश्र ने कहा कि आज दिन में ही हम लोग आपस में चर्चा कर रहे थे कि इतनी सर्दी में भी चितरंजन पार्क में रैन बसेरा नहीं बना। हर साल जाड़े में यहां रैन बसेरा बनता था।
शाम करीब साढ़े सात बजे कुछ लोग घाट पर आए और कहने लगे कि आप लोगों को ठंड लग रही होगी। आप लोग रैन बसेरा में जाकर सो जाएं। उन्होंने बताया कि मैं 14 वर्षों से घाट पर निवास कर रहा हूं। इन चौदह वर्षों में ऐसी सुविधा कभी नहीं मिली। काश, मुख्यमंत्री जी रोज हम लोगों के लिए ऐसी व्यवस्था करा पाते। रैन बसेरा में घाट से बुला कर सुलाए जाने की बात जगदीश प्रसाद, शंकर बाबा, सत्यनाथ ने भी स्वीकार की। गुरुवार शाम से पहले चितरंजन पार्क में रैन बसेरे का नामोनिशान नहीं था।