चौकाघाट फ्लाईओवर : मानकों की खुली अनदेखी, आंखें बंद किये हैं जिम्मेदार
चौकाघाट फ्लाईओवर के निर्माण के दौरान निर्माणदायी एजेंसियों की लापरवाही ही जानलेवा हादसे का कारण बन रही है। यह लापरवाही 15 मई 2018 को लहरतारा रेलवे कॉलोनी के पास बीम गिरने के पहले और उस जानलेवा हादसे...
चौकाघाट फ्लाईओवर के निर्माण के दौरान निर्माणदायी एजेंसियों की लापरवाही ही जानलेवा हादसे का कारण बन रही है। यह लापरवाही 15 मई 2018 को लहरतारा रेलवे कॉलोनी के पास बीम गिरने के पहले और उस जानलेवा हादसे के बाद भी बदस्तूर कायम है। शुक्रवार शाम कैंट रेलवे स्टेशन तिराहा पर फ्लाईओवर की शटरिंग गिरने का वाकया उसकी अगली कड़ी है। संयोग से इसमें एक वायु सैनिक ही घायल हुआ वरना मौके पर मची भगदड़ कई लोगों को घायल कर सकती थी। इनके बीच कई छिटपुट घटनाएं भी होती रही हैं लेकिन जिम्मेदारों की आंखें बंद रही हैं।
कैंट स्टेशन तिराहा पर शुक्रवार शाम हादसे के बाद शनिवार सुबह निर्माणाधीन फ्लाईओवर के नीचे पिलर संख्या 62-63 के बीच बैरिकेडिंग कर ऊपर जाली लगा दी गई तो पिलर संख्या 61-62 के नीचे से आवागमन रोक दिया गया। आम राहगीरों की सुरक्षा के लिए विभाग जगा लेकिन फ्लाईओवर निर्माण में लगे मजदूरों की फिक्र नहीं दिखी। इस बारे में सेतु निगम के जीएम सुनील कुमार ने कहा कि सुरक्षा मानकों का ध्यान रखा जाना चाहिए। इसके लिए निर्देशित किया जाता रहा है। अब बिना बैरिकेडिंग व ट्रैफिक ब्लॉक के काम नहीं कराया जायेगा।
- बिना सुरक्षा बेल्ट और हेलमेट के काम करते रहे मजदूर।
- कहीं-कहीं दो गर्डरों को जोड़ने वाले एंगल के नट-बोल्ट खुले रह गये हैं।
- सड़क किनारे रखे गये स्टील गर्डर किसी वाहन के धक्के से गिरे तो कई की जान आ जाएगी खतरे में
- काम वाले हिस्से में नहीं की गई है बैरिकेडिंग।
- रोडवेज के पास निर्माणाधीन फ्लाईओवर के बेस के पास बैरिकेडिंग नहीं।
- बिना यातायात रोके फ्लाईओवर पर जेसीबी से हो रहा था काम।
आशापुर फ्लाईओवर---
- यहां भी बिना सुरक्षा बेल्ट और हेलमेट के स्टील गर्डर पर काम करते रहे मजदूर।
- काम वाले हिस्से में की गई है आधी-अधूरी बैरिकेडिंग।
- आशापुर चौराहे पर अलर्ट करने वाला कोई सूचना पट्ट नहीं।
- पिलर संख्या 11 पर बीम की ढलाई के बाद नीचे आवागमन से खतरा।