VIDEO: सपूत का शव देख रो पड़े सरैया महुलिया के लोग
बीते शुक्रवार को कुपवाड़ा (जम्मू-कश्मीर) में हिमस्लखन में शहीद सरैया महुलिया गांव के निवासी 47 वर्षीय मंगला सिंह पटेल का पार्थिव शरीर सोमवार की दोपहर में गांव लाया गया। देर शाम को उनका अंतिम संस्कार...
बीते शुक्रवार को कुपवाड़ा (जम्मू-कश्मीर) में हिमस्लखन में शहीद सरैया महुलिया गांव के निवासी 47 वर्षीय मंगला सिंह पटेल का पार्थिव शरीर सोमवार की दोपहर में गांव लाया गया। देर शाम को उनका अंतिम संस्कार मर्णिकणिका घाट पर हुआ। मुखाग्नि उनके पिता ने दी। वे बीआरओ में इंजीनियर पद पर तैनात थे।
शहीद मंगला सिंह चार भाइयों और एक बहन में दूसरे नंबर पर थे। पिता शिवराज पटेल किसान हैं। वे अपने पीछे पत्नी शीला देवी, दो बेटे और एक बेटी को छोड़ गए। शव की आने की सूचना पर लोगों का हुजूम शहीद के दरवाजे पर जुट गया। दोपहर में 12:30 बजे शव गांव पहुंचा। उनके पिता, भाइयों और पत्नी का क्रंदन देख वहां जुटे लोग भी अपने को नहीं रोक सके। अंतिम दर्शन के दौरान सैकड़ों लोगो के साथ सीओ पिंडरा सुरेंद्र नाथ, एसडीएम पिण्डरा, थाना प्रभारी चोलापुर विनय प्रकाश सिंह और सांसद प्रतिनिधि ने गांव के सपूत को श्रद्धांजलि को दी। इससे पहले बाबतपुर एयरपोर्ट पर पिंडरा क्षेत्र के विधायक डॉ अवधेश सिंह ने शहीद को श्रद्धांजलि दी।
सुबह हुई बात शाम को आई मनहूस खबर
शहीद मंगला पटेल ने गुरुवार रात में मोबाइल पर बड़े बेटे परमबीर से बात की। उन्होंने उससे बीटेक परीक्षा के बारे में बात की और मन लगाकर पढ़ने को कहा। पत्नी शीला देवी से शुक्रवार सुबह फोन कर कहा कि तीन बार टिकट कैंसिल करवा चुका हूं। छुट्टी नहीं मिल रही है। बच्चों का ध्यान रखना। उनकी पत्नी रो-रो कर कह रही थीं कि सुबह में त बतिया भइल रहल, छुट्टियां ना मिलत हव कहत रहलन। मंगला सिंह पिछली बार रक्षा बंधन पर घर आये थे।