जायज मांगों के लिए हमेशा संघर्ष किए 'प्रभु बाबू'
प्रसिद्ध समाजवादी विचारक, स्वतंत्रता सेनानी व पूर्व मंत्री प्रभु नारायण सिंह 'प्रभु बाबू' की 103वीं जयन्ती पर शुक्रवार को लोगों ने उन्हें याद किया।...

वाराणसी, संवाददाता।
प्रसिद्ध समाजवादी विचारक, स्वतंत्रता सेनानी व पूर्व मंत्री प्रभु नारायण सिंह 'प्रभु बाबू' की 103वीं जयन्ती पर शुक्रवार को लोगों ने उन्हें याद किया। रामकटोरा में आयोजित जयंती समारोह में वक्ताओं ने उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित कर उनके समाजवादी चिंतन को साझा किया। कहा, प्रभु बाबू ने जायज मांगों को लेकर हमेशा संघर्ष किए। उन्होंने अहिंसक आन्दोलन करने पर किसानों, मजदूरों व नवजवानों पर लाठी व गोली चलाने का विरोध कर इसपर सख्त कानून बनाने की मांग की थी। प्रभु बाबू काशी विश्वनाथ मन्दिर में हरिजन प्रवेश, बेनियाबाग में विक्टोरिया के मूर्ति ध्वस्तीकरण में महत्त्वपूर्ण भमिका निभाई थी। उनकी जेल यात्राएं भी भावी पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्त्रोत है। कांग्रेस के प्रांतीय अध्यक्ष अजय राय, भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अशोक पाण्डेय, विजय नारायण, कुंवर सुरेश सिंह, प्रो. इंदीवर पाण्डेय, डॉ. हीरालाल यादव, नन्दलाल आदि ने विचार रखे। अध्यक्षता प्रो. सुरेन्द्र प्रताप व संचालन राधेश्याम सिंह ने किया। इस मौके पर अरविंद सिंह, प्रहलाद तिवारी, गोपाल यादव, सुजीत सिंह आदि रहे।
