न बटेंगे, न हटेंगे, जुड़ेंगे और जीतेंगे
लोक सेवा आयोग दफ्तर के सामने प्रदर्शन कर रहे छात्र अपने हाथ में नारे लिखी जो तख्तियां लिए हुए हैं उसमें से एक पर लिखा है- न बटेंगे, न हटेंगे, जुड़ेंगे और जीतेंगे।
यूपीपीसीएस आंदोलन
UPPCS Protests:पीसीएस और आरओ/एआरओ की प्रारंभिक परीक्षाएं एक से अधिक दिन और पालियों में कराने के फैसले के खिलाफ प्रतियोगी छात्रों का गुस्सा सोमवार को फूट पड़ा। हजारों छात्रों ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के बाहर पहुंचकर बेमियादी धरना शुरू कर दिया। मंगलवार को भी धरना जारी रहा। इस बीच डीएम और सचिव ने दो बार वार्ता की पर विफल रही। मंगलवार की रात सोमवार की तुलना में ज्यादा छात्र मौके पर डटे दिखाई दिए। सोमवार को जहां कुछ सौ छात्र थे, वहीं मंगलवार की रात दो हजार के करीब छात्र मौजूद रहे।
न बटेंगे, न हटेंगे, जुड़ेंगे और जीतेंगे
लोक सेवा आयोग दफ्तर के सामने प्रदर्शन कर रहे छात्र अपने हाथ में नारे लिखी जो तख्तियां लिए हुए हैं उसमें से एक पर लिखा है- न बटेंगे, न हटेंगे, जुड़ेंगे और जीतेंगे।
12 घंटे में दो बार लौटे डीएम-सचिव, छात्र मांग पर डटे
आंदोलित छात्रों से वार्ता के लिए जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मांदड़ और लोक सेवा आयोग के सचिव अशोक कुमार मंगलवार सुबह एक बार फिर पहुंचे। दोनों अफसरों ने 12 घंटे के अंदर दूसरी बार आंदोलनकारी छात्रों को समझाने की कोशिश की लेकिन उनकी अपील का कोई असर नहीं हुआ। छात्रों का हुजूम एक से अधिक दिन परीक्षा कराने की नोटिस निरस्त करने की मांग पर अड़ा रहा और थक हारकर दोनों अधिकारियों को खाली हाथ लौटना पड़ा।
छात्रहित सर्वोच्च प्राथमिकता, पारदर्शी होगा मानकीकरण
प्रतियोगी छात्रों के आंदोलन पर उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने मंगलवार को भी सफाई दी। आयोग के सचिव अशोक कुमार का कहना है कि यह पहला आयोग है जहां प्रतियोगी छात्रों का हित सुनिश्चित किया जाना सर्वोच्च प्राथमिकता है। उनकी अपेक्षाओं, आशाओं और आवश्यकताओं का पूरा सम्मान किया जाता रहा है। बताया कि मानकीकरण (नॉर्मलाइजेशन) की पूरी व्यवस्था में न्यूनतम मानवीय हस्तक्षेप सुनिश्चित किया जा रहा है। सबकुछ कंप्यूटर से होना है। तकनीक का उपयोग कर व्यवस्था को सरल और पारदर्शी बनाया गया है। मूल्यांकन में रोल नंबर को फेक नंबर में परिवर्तित कर मानकीकरण (नॉर्मलाइजेशन) की प्रक्रिया की जाएगी, जिससे किसी अभ्यर्थी का रोल नंबर मालूम नहीं चलेगा एवं मूल्यांकन प्रक्रिया पूर्ण रुप से पारदर्शी होगी।
सपा छात्र सभा ने जिलाधिकारी को सौपा ज्ञापन
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (पीसीएस) प्रारंभिक परीक्षा 2024 और समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी प्रारंभिक परीक्षा 2023 के पेपर में हुए परिवर्तन के विरोध में समाजवादी छात्र सभा राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने लखनऊ में राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव दिलीप कृष्णा के नेतृत्व में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया। समाजवादी छात्रसभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ इमरान ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की छात्र विरोधी नीतियों का जमकर विरोध किया।
ABVP का भी आंदोलन को समर्थन
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) ने भी आंदोलन को समर्थन दिया है। छात्रों के पक्ष में आवाज उठाते हुए परीक्षा केंद्रों के व्यवस्थापन एवं निर्धारण, नॉर्मलाइजेशन (मानकीकरण), परीक्षाओं को दो पाली में करवाने एवं परीक्षाओं की शुचिता बनाए रखने हेतु आयोजन संबंधी विषयों पर अभ्यर्थियों से बातचीत करके शीघ्र सकारात्मक उचित कदम उठाने की मांग की है।
सपा करा रही है यूपीपीसीएस आंदोलन, सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर का आरोप
सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर ने कहा कि यूपीपीसीएस आंदोलन को ड्रामा करार दिया। राजभर ने कहा कि आंदोलन छात्र नहीं कर रहे हैं। आंदोलन सपा के लोग कर रहे हैं। आप देख लीजिए, वहां पर लाल गमछा पहनकर आंदोलन किया जा रहा है।
गेट पर लगाई अध्यक्ष की तस्वीर, सांकेतिक शवयात्रा भी निकाली
आंदोलनकारी छात्रों ने लोकसेवा आयोग के दो नंबर गेट पर मंगलवार की दोपहर आयोग के अध्यक्ष संजय श्रीनेत की तस्वीर चिपका दिया। तस्वीर के साथ लिखा कि छात्रों के भविष्य से खेलना मेरा शौक है। अध्यक्ष की सांकेतिक शव यात्रा भी निकाली गई।
लोक गायिका नेहा सिंह राठौर भी छात्रों के समर्थन में उतरीं
लोक गायिका नेहा सिंह राठौर भी छात्रों के समर्थन में उतर गई हैं। नेहा ने एक्स पर लिखा कि सरकार आयोग की नौकरियों में वही खेल करना चाहती है जो उसने विश्वविद्यालयों में किया है। शिक्षण संस्थाओं में अपने चापलूसों की नियुक्ति के बाद उसकी नज़र आयोग की नौकरियों पर है। ‘नॉर्मलाइजेशन’ ‘लैटरल एंट्री’ का मौसेरा भाई है।
कोचिंग संस्थानों का समर्थन नहीं मिलने पर पोस्टर पर फूटा गुस्सा
कोचिंग संस्थानों का छात्रों को समर्थन नहीं मिलने पर अभ्यर्थियों का गुस्सा इनके प्रचार सामग्री और फ्लैक्स-पोस्टरों पर उतर रहा है। आंदोलित छात्रों ने कोचिंग संस्थानों को फ्लैक्स को भी मंगलवार को फाड़ना शुरू कर दिया। कई कोचिंग के फ्लैक्स फाड़ते छात्र दिखाई दिए।
कांग्रेस ने प्रयागराज में प्रदर्शनरत छात्रों पर पुलिस कार्रवाई को लेकर भाजपा सरकार की आलोचना की
कांग्रेस ने मंगलवार को आरोप लगाया कि प्रयागराज में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ''मनमानी'' के खिलाफ आवाज उठा रहे छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया और पहले भी नौकरी की मांग कर रहे युवाओं की आवाज को कुचलने का प्रयास किया गया है। कांग्रेस के प्रभारी महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रयागराज में अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर ''लाठीचार्ज'' किया गया। उन्होंने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ''मनमानी'' के खिलाफ आवाज उठा रहे छात्रों की बातों को ध्यान से सुना जाना चाहिए।
आयोग के गेट पर लूट सेवा आयोग लिखा
प्रतियोगी छात्रों का प्रदर्शन तेज हो रहा है। प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने आयोग के गेट पर लूट सेवा आयोग लिख कर विरोध जताया है।
प्रदर्शन के साथ सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहे छात्र
छात्र विरोध प्रदर्शन के साथ सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहे है। एक छात्र ने लिखा कि जो वन नेशन, वन इलेक्शन का ख़्वाब बुनते हैं, वही वन एग्जाम, वन शिफ्ट से पीछे हटते हैं।
एक और छात्र ने पोस्ट किया कि आप स्वयं को सुनने के लिए बुलाते हैं तो प्रेम, हम अपनी सुनाने आएं तो बैरिकेटिंग का फ्रेम!
इलाका छावनी में तब्दील
प्रदर्शन के चलते दफ्तर के बाहर का इलाका छावनी में तब्दील है। पुलिस के साथ ही रैपिड एक्शन फोर्स भी तैनात की गई है । अभ्यर्थी एक ही दिन में परीक्षा कराए जाने की मांग पर अड़े हैं। एक ही दिन पीसीएस,आरओ एआरओ परीक्षा कराए जाने की मांग है।
अमिताभ ठाकुर हिरासत में
आंदोलन को समर्थन देने आ रहे पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर को प्रयाग स्टेशन से पुलिस ने डिटेन कर लिया ।
भेदभाव होगा और भ्रष्टाचार बढ़ेगा
प्रदर्शन कर रहे छात्र मो रिजवी का कहना है कि चयन और भर्ती प्रक्रिया के बीच मे बदलाव नहीं किया जा सकता। आयोग किस आधार पर यह जांच करेगा कौन शिफ्ट का पेपर आसान है इससे प्रतियोगियों साथ बहुत अधिक भेदभाव होगा और भ्रष्टाचार बढ़ेगा।
अखिलेश यादव ने सरकार को घेरा
अखिलेश यादव ने प्रतियोगी छात्रों के प्रदर्शन पर यूपी की बीजेपी सरकार को घेरा है। अखिलेश यादव ऐक्स पर लिखा कि क्या अलग-अलग दिन हो रहे चुनावों में भी भाजपा नॉर्मलाइज़ेशन का फ़ार्मूला लगाएगी। बातें चांद पर पहुंचने की और सोच पाताल की, अब नहीं चलेगी सरकार झूठों और वाचाल की। भाजपा के एजेंडे में सिर्फ़ ‘चुनाव’ है और भाजपा राज में अभ्यर्थियों के हिस्से में आया सिर्फ़ ‘तनाव’ है। पूरे देश में एक साथ चुनाव तो करवा सकते हैं लेकिन एक प्रदेश में एक साथ परीक्षा नहीं। भाजपा के ढोंग का भंडाफोड़ हो गया है। आज उप्र के प्रतियोगी परीक्षाओं के हर अभ्यर्थी, हर छात्र, हर युवक-युवती की ज़ुबान पर जो बात है वो है। ‘नौकरी भाजपा के एजेंडे में है ही नहीं’!उन्होंने चलवाया लाठी-डंडा, नौकरी’ नहीं जिनका एजेंडा!
प्रदर्शन कर रहे छात्र देवाशीष बोले
प्रदर्शन कर रहे छात्र देवाशीष उपाध्याय ने कहा कि लोक सेवा आयोग अपनी व्यवस्था सुदृढ़ नहीं कर पा रहा है और न ही शायद करना चाह रहा हैं कि वो अपनी परीक्षा सुव्यवस्थित तरीके से आयोजित करा सके। विगत वर्षो में आये परिणामो में आयोग द्वारा की गई धांधली से हम सब वाकिफ है और ये तब हुआ है जब परीक्षा एक पाली में कराई गई है।यदि परीक्षा दो पाली में कराई गई तो हो सकता है आयोग अपने लोगो को भर ले और हम ये मान के संतोष कर ले कि हो सकता हो कि नॉर्मलाएजेशन में प्राप्तांक कम हो गए हो।आयोग द्वारा दो पालियों में परीक्षा आयोजित कराया जाना दुःखद एवं निंदनीय है यदि इसे आयोग का नाकारापन कहा जाए तो अतिश्योक्ति न होगा।
सुविधाओं की इतनी कमी की पीसीएस परीक्षा दो दिन में करानी पड़े: मायावती
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि पीसीएस और आरओ व एआरओ भर्ती परीक्षा एक में ही कराने की व्यवस्था करे। उन्होंने प्रतियोगी छात्रों पर लाठी चार्ज की भी निंदा की है। उन्होंने कहा है कि सरकार के पास क्या बुनियादी सुविधाओं की इतनी कमी है कि पीसीएस जैसी परीक्षा दो दिन में करानी पड़ रही है।उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर सोमवार को लिखते हुए कहा है कि उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा पीसीएस और आरओ-एआरओ की भी प्रारंभिक परीक्षा-2024 एक समय में कराने में विफलता को लेकर आक्रोशित छात्रों पर पुलिस कार्रवाई से उत्पन्न स्थिति की खबर का व्यापक चर्चा में है।
योग्य छात्रों को बाहर करने की साजिश
प्रतियोगी छात्र संदीप अग्रहरी ने बताया कि RO/ARO व उत्तर प्रदेश पीसीएस को लेकर जो नोटिस जारी की गई है यह पूर्णतया प्रतियोगी छात्रों के साथ छलावा है।आयोग की मनसा पर हम प्रतियोगी छात्रो को संदेह है कि ये शिफ्ट वाइस पेपर कराकर नॉर्मोलाइजेशन के जरिए योग्य छात्रों को बाहर करने की साजिश रच रहे है।माननीय उच्चतम न्यायालय ने भी कहा कि आपने विज्ञापन जारी करते समय जिस प्रकार परीक्षा कराने की बात कही है उसी पर परीक्षा कराए बीच में किसी प्रकार के संशोधन नहीं कर सकते ये अनुच्छेद 14 के खिलाफ है। तो आयोग के अध्यक्ष को इसपर कदम उठाकर पेपर को एक ही शिफ्ट में कराना चाहिए जिससे छात्रों का विश्वास बरकरार रहे। नहीं तो छात्र महाआंदोलन करने के लिए विवश है और उनमें भरी आक्रोश है।
केशव मौर्य ने अफसरों को शीघ्र समाधान निकालने को कहा
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि यूपी पीसीएस परीक्षा में एक से अधिक दिन की परीक्षा, निजी संस्थानों को केंद्र न बनाने और मानकीकरण प्रक्रिया को लेकर छात्रों की चिंताएं गंभीर और महत्वपूर्ण हैं। छात्रों की मांग है कि परीक्षाएं पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी हों, ताकि उनकी मेहनत का सम्मान हो और भविष्य सुरक्षित रहे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में, भाजपा सरकार ने 2017 से भर्ती माफियाओं के खिलाफ सख्त कदम उठाकर निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया की मिसाल पेश की है। लगभग 7 लाख युवाओं को नियुक्ति पत्र देकर सरकार ने अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति का परिचय दिया है। सभी सक्षम अधिकारी छात्रों की मांगों को संवेदनशीलता से सुनें और शीघ्र समाधान निकालें। यह सुनिश्चित करें कि छात्रों का कीमती समय आंदोलन में नहीं, बल्कि उनकी तैयारी में लगे। न्यायालय में लंबित मामलों का भी शीघ्र समाधान निकाला जाए ताकि किसी छात्र का भविष्य अंधकार में न रहे।