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राजस्थान की तर्ज पर मेहमानों के लिए संवरेंगे यूपी के किले-हवेलियां, योगी सरकार ला रही नई नीति

यूपी सांस्कृतिक और धार्मिक पर्यटन के पथ पर झंडे गाड़ने के बाद विरासत पर्यटन के रनवे पर उड़ान भरेगा। राजस्थान की तर्ज पर यूपी के किले-महलों और हवेलियों को मेहमान नवाजी के लिए संवारा जाएगा।

Srishti Kunj हिन्दुस्तान, लखनऊSun, 8 Dec 2024 07:21 AM
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यूपी सांस्कृतिक और धार्मिक पर्यटन के पथ पर झंडे गाड़ने के बाद विरासत पर्यटन के रनवे पर उड़ान भरेगा। राजस्थान की तर्ज पर यूपी के किले-महलों और हवेलियों को मेहमान नवाजी के लिए संवारा जाएगा। राजधानी लखनऊ स्थित होटल में शनिवार को आयोजित हेरिटेज कॉन्क्लेव में इसकी नींव रखी गई। यूपी और राजस्थान सहित तमाम हेरिटेज संपत्तियों के स्वामी और इन्हें संवारने वाले निवेशक एक मंच पर जुटे। राज परिवारों के प्रतिनिधियों ने अपनी संपत्तियों को विरासत पर्यटन के लिए प्रस्तुत किया। निवेशकों ने इनमें खासी दिलचस्पी दिखाई।

पर्यटन विभाग ने हेरिटेज कॉन्क्लेव के जरिए यूपी की विरासत संपत्तियों को शोकेस किया। पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम ने यूपी की प्रस्तावित हेरिटेज पॉलिसी का खाका पेश किया। उन्होंने कहा कि यूपी के बुंदेलखंड, पूर्वांचल, अवध, विंध्यांचल, ब्रज और तराई क्षेत्र तमाम विशिष्टताएं समेटे हुए हैं। भगवान बुद्ध के 6 महत्वपूर्ण स्थल राज्य में हैं, जहां बड़ी संख्या में देशी-विदेशी श्रद्धालु और पर्यटक आते हैं। प्राचीन चुनारगढ़ का किला यहीं है। इस बड़े कल्चरल और रिलीजियस लैंडस्केप में अब हम विरासत जोड़ रहे हैं। भरोसा दिलाया कि हेरिटेज संपत्तियों की ब्रांडिंग और मार्केटिंग में सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी।

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यूपी नहीं देखा तो दुनिया नहीं देखी बनेगी टैगलाइन
उन्होंने कहा कि यूपी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। 48 करोड़ पर्यटक साल में यहां आ रहे हैं। संख्या लगातार बढ़ रही है। निवेशकों के लिए यह सही समय है। सरकार सहयोग के लिए साथ खड़ी है। सड़क और हवाई मार्ग की बेहतर कनेक्टिविटी है। निवेशक जो विरासत संपत्ति विकसित करेंगे वहां एप्रोच रोड, बिजली सरकार पहुंचाएगी। पांच किलोमीटर पहले से साइनेज लगाएंगे। दुधवा एयरस्ट्रिप को एयरपोर्ट में बदला गया है। चित्रकूट में भी यही हो रहा है। जेवर एयरपोर्ट बन रहा है। विरासत संपत्तियों के आसपास वाटर और एडवेंचर स्पोर्ट्स की सुविधा के लिए सरकार सब्सिडी देगी। जरूरत के हिसाब से वहां हेलीपोर्ट भी बनाएंगे। बुंदेलखंड को लेकर उनका खासा फोकस रहा। मेश्राम बोले हमारा मूलमंत्र 'यूपी नहीं देखा तो दुनिया नहीं देखा' बनाना है।'

हेरिटेज नीति में कई रियायतें देगी सरकार
पर्यटन विभाग की विशेष सचिव ईशा प्रिया ने हेरिटेज पॉलिसी पर प्रस्तुतीकरण दिया। उन्होंने कहा उत्तर प्रदेश आने वाले पर्यटकों की रुचि धार्मिक, सांस्कृतिक, आध्यात्मिक पर्यटन के साथ टाइगर रिजर्व, वाइल्ड लाइफ सेंचुरी में बढ़ती नजर आ रही है। राम और कृष्ण की भूमि उत्तर प्रदेश में अब हेरिटेज टूरिज्म विकसित करने का हमारा प्रयास है। पीपीपी मॉडल के तहत आगे बढ़ रहे हैं। प्रदेश के हेरिटेज स्थलों, किले, हवेलियां, पुरानी कोठियां आदि धरोहरों को विकसित करने के लिए यूपी टूरिज्म की सुविधाजनक नीतियां हैं, जो विकास का आधार बनेगी। उन्होंने कहा प्रॉपर्टी, बिजली बिल सहित अन्य पर भी रियायतों का प्रावधान है। हेरिटेज होटल, यात्री निवास, कल्चरल-वेलनेस सेंटर, विवाह भवन आदि के रूप में धरोहरों का इस्तेमाल किया जा सकता है।

लखनऊ के गुलिस्तां-ए-इरम, आलमबाग भी सूची में
निदेशक पर्यटन प्रखर मिश्रा ने कहा 'बुन्देलखंड में हेरिटेज टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं। टहरौली फोर्ट और रघुनाथ राव महल झांसी को विकसित करने का प्रयास है। ललितपुर स्थित तालबेहट का कला, महोबा में मस्तानी महल, सेनापति महल, कोठी तालाब, कालिंजर का किला, भूरागढ़ किला बांदा आदि को विकसित करने की योजना है। धार्मिक नगरी मथुरा के सीताराम महल, आगरा के कम चर्चित किलों को भी विकसित करने का प्रयास है ताकि आगरा-दिल्ली से आने वाले पर्यटक यहां ठहरें। इसी कड़ी में लखनऊ की गुलिस्तां-ए-इरम और दर्शन विला, आलमबाग के प्राचीन स्थल तथा कानपुर के टिकैत राय बारादरी आदि से जुड़ी संभावनाएं भी तलाशी जा रही हैं।

विरासत पर्यटन का महत्वपूर्ण गंतव्य बनेगा यूपी: जयवीर
लखनऊ से बाहर होने के कारण पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने अपने संदेश में कहा कि उत्तर प्रदेश भारत की हृदय स्थली है। यह राज्य अपने ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहरों के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है। प्रदेश की भूमि महान ऐतिहासिक घटनाओं, सभ्यताओं और परंपराओं की साक्षी रही है। प्रदेशभर के विभिन्न जनपदों में किले, कोठी और पैलेस हैं, जो स्वयं में अनगिनत कहानियां समेटे हैं। इन्हीं धरोहरों को सहेजने और उपयोगी बनाने के लिए ’हेरिटेज कॉन्क्लेव’ का आयोजन किया गया। हमें पूर्ण विश्वास है कि कान्क्लेव का सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेगा और उत्तर प्रदेश विरासत पर्यटन में भी महत्वपूर्ण गंतव्य स्थल बनेगा।

यूपी की पर्यटन नीति को शानदार: मानवेंद्र
एमआरएस ग्रुप जैसलमेर के एमडी मानवेंद्र सिंह शेखावत ने यूपी की पर्यटन नीति की जमकर तारीफ की। कहा कि उन्होंने राजस्थान सरकार से भी अनुरोध किया है कि यूपी जैसी नीतियां लागू की जाएं। शेखावत ने कहा कि यहां वेडिंग डेस्टीनेशन सहित पर्यटन की तमाम संभावनाएं हैं। उनके द्वारा लखनऊ की छतर मंजिल, कोठी रोशनउद्दौला के अलावा चुनार फोर्ट को हेरिटेज पर्यटन के लिहाज से तैयार किया जा रहा है। उन्होंने महोबा के मस्तानी महल और लखनऊ के गुलिस्तां-ए-इरम में भी दिलचस्पी दिखाई। फिल्म निर्देशक मुज़फ्फर अली ने फिल्मों के जरिये प्रदेश के हेरिटेज को दुनिया के सामने लाने पर बल दिया। कॉन्क्लेव में नीमराना होटल्स, ऋषि पुरी (हेरिटेज टूरिज्म एक्सपर्ट) ने प्रस्तुतीकरण दिया। एक विशेष सत्र में होटल व्यवसायियों और हेरिटेज प्रॉपर्टी मालिकों के बीच संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया।

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