
UP Weather: यूपी में बारिश के दिन बचे चार, मानसून चला जाएगा सरहदों से दूर; गुलाबी ठंड देगी दस्तक
संक्षेप: उत्तर प्रदेश से मानसून वापसी 30 सितंबर तक संभावित थी। मानसून वापसी की रेखा प्रदेश में झांसी पर आकर टिक गई। इसके बाद बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में आए चक्रवाती तूफान से मौसमी गतिविधियां बदल गईं। बारिश का नया दौर शुरू हो गया। उन राज्यों में भी भरपूर बारिश हुई जहां से मानसून लौट चुका था।
UP Weather: सारे आसमानी ‘सिस्टम’ बस विदा होने वाले हैं। मौसम विज्ञानी बता रहे हैं कि ज्यादा से ज्यादा चार दिन लगेंगे और मानसून यूपी की सरहदों से बाहर चला जाएगा। उत्तर प्रदेश में मानसून वापसी की अनुकूल स्थितियां बन गई हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने इसकी औपचारिक घोषणा भी कर दी है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि तीन से चार दिन में मौसम में बदलाव दिखने लगेगा। दिन में तापमान बढ़ेगा लेकिन उमस नहीं होगी। वहीं रात में गुलाबी ठंड दस्तक देगी।

उत्तर प्रदेश से मानसून वापसी 30 सितंबर तक संभावित थी। लेकिन मानसून वापसी की रेखा प्रदेश में झांसी पर आकर टिक गई। इसके बाद बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में आए चक्रवाती तूफान से मौसमी गतिविधियां बदल गईं। बारिश का नया दौर शुरू हो गया। उन राज्यों में भी भरपूर बारिश हुई जहां से मानसून लौट चुका था।
वर्तमान मौसमी सिस्टम के अनुसार अगले 72 घंटों में पहाड़ों और इसके निकट के मैदानी भागों में बारिश का दौर चलता रहेगा। इसमें उत्तर प्रदेश का पश्चिमी हिस्सा भी शामिल है। लेकिन इसके ठीक बाद 10 अक्टूबर तक पूरे देश में बारिश पर विराम लगने की संभावना है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार अगले तीन से चार दिनों में उत्तर प्रदेश समेत कुछ अन्य राज्यों से भी मानसून की विदाई हो जाएगी। इसके बाद मौसम में बदलाव दिखेगा। दिन का तापमान उमस रहित अधिक होगा लेकिन रात के तापमान में गिरावट आएगी। रात में हल्की सर्दी का एहसास बढ़ेगा।
आईएमडी ने यूपी में सोमवार को भी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। इसमें विशेष कर पश्चिमी हिस्से के जिलों में देर शाम तक हल्की से भारी वर्षा संभावित है। प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में बादल छाए रहेंगे और छिटपुट बारिश हो सकती है।
तीन घंटे की बारिश ने आयोजनों को धो डाला
ताजनगरी आगरा में सोमवार दोपहर अचानक अंधेरा छा गया। घने-काले बादलों ने शहर को घेर लिया। इसके बाद करीब तीन घंटे की रुक-रुककर हुई बारिश में शहर ताल-तलैया में तब्दील हो गया। कलाकृति कनवेंशन सेंटर में चल रहे शहर के सबसे बड़े आयोजन महानाट्य ‘जाणता राजा’ पर भी बारिश का कहर टूटा। इसे स्थगित करना पड़ा है। खुले में होने वाले कई आयोजनों पर पानी फिर गया। मौसम विभाग ने शुक्रवार से बदलाव के संकेत दिए थे। लेकिन, बीते तीन दिनों से बादलों की आवाजाही होती रही। रविवार देर रात हल्का अंधड़ देखा गया।
लेकिन सोमवार सुबह से हल्की नम हवाएं चलने लगीं। बादलों की आवाजाही भी तेज हो गई। दोपहर तक धूप और छांव का सिलसिला चलता रहा। दोपहर करीब 3:40 बजे के आसपास घने काले बादल छा गए। शहर अंधेरे में डूब गया। इसके बाद सभी इलाकों में जोरदार बारिश शुरू हो गई। जो जहां था वहीं पर ठहर गया। बारिश इतनी तेज थी कि लोगों को बचाव का मौका नहीं मिला। बाहर निकले तमाम लोगों को भीगना पड़ा। तेज बारिश का सिलसिला शाम छह बजे के बाद तक चलता रहा। लेकिन इसके बाद भी कभी हल्की तो कभी मध्यम बारिश होती रही।





