बेरोजगारों को बीएचयू में नौकरी दिलाने के नाम पर 11 लोगों से ठगी, तीन पर केस
यूपी के वाराणसी बीएचयू में नौकरी दिलाने के नाम पर 11 लोगों से ठगी का मामला सामने आया है। इस मामले में तीन पर केस दर्ज किया गया है। पुलिस आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर मामले की जांच में जुटी है।

बीएचयू वाराणसी में नौकरी दिलाने के नाम पर 11 लोगों से 75 लाख रुपए ठगी का मामला सामने आया है। न्यायालय के आदेश पर पटहेरवा पुलिस ने देवरिया जनपद के दो और वाराणसी के एक समेत कुल तीन आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर मामले की जांच में जुटी है। पटहेरवा गांव निवासी रणवीर कुमार पुत्र ओमप्रकाश ने न्यायिक मजिस्ट्रेट कसया के समक्ष वाद दाखिल कर बताया है कि वह शिक्षित बेरोजगार है और नौकरी की तलाश में था। इस दौरान रिश्ते के बहनोई सुनील प्रसाद निवासी बालपुर श्रीनगर थाना तरकुलवा जनपद देवरिया से मुलाकात हुई।
सुनील प्रसाद ने बताया कि बीएचयू में मेरा एक मित्र अधिकारी है। वहां पर वांट निकला है। एक व्यक्ति के लिए 7 लाख रुपए चाहिए। उसे मैं बुलवाता हूं। मार्च 2019 में उसने अपने घर संजय कुमार श्रीवास्तव निवासी शिवाय अपार्टमेंट न्यू कालोनी ककरमतता नाबाद जनपद वाराणसी और सुशील कुमार गुप्ता निवासी नहरापट्टी थाना तरकुलवा जनपद देवरिया को बुला कर उनसे बात कराते हुए कहा कि रूपये की जिम्मेदारी मेरी है। दोनों लोगों खाते में रूपये भेज दें। पीड़ित रिश्ते के बहनोई की बातों पर भरोसा करते हुए स्वयं के साथ प्रदीप शर्मा, हरिकेश शर्मा, मनोज गुप्ता, शक्ति चौहान, अनिल प्रसाद, आदर्श गौतम, संतराज गुप्ता, प्रिंस गुप्ता, पुष्कर शर्मा और राजकुमार कन्नौजिया कुल ग्यारह लोगों का बात करते हुए मार्च 2019 से अगस्त 2019 तक आरोपियों के खाते में 31 लाख 57 हजार रुपए भेज दिए और 43 लाख 43 हजार नगद दिया गया।
आरोपियों ने 15 दिसंबर 2019 को पैनल लिस्ट देते हुए बीएचयू भेज दिया, जहां पर जाने पर पता चला कि उनके द्वारा दिया गया पेपर फर्जी और कूट रचित है। नौकरी न मिलने पर आरोपियों पर दवाब बनाने पर संजय श्रीवास्तव ने दो चेक दिया, जो बैंक में लगाने पर बाउंस हो गया। आरोपी रूपये वापस करने की बात कहते रहे, लेकिन वापस नहीं किए। 15 फरवरी 2024 को आरोपियों के बुलाने पर सुनील प्रसाद के घर हम लोग पहुंचे, जब वहां पर उक्त लोग जान मॉल की धमकी देने लगे।
मामले में पटहेरवा पुलिस को तहरीर दिया गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। फिर पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र दिया गया। वहां से भी कोई कार्रवाई न होने के बाद न्यायालय की शरण ली। न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने आरोपियों सुनील प्रसाद निवासी बालपुर श्रीनगर थाना तरकुलवा जनपद देवरिया, संजय श्रीवास्तव निवासी शिवाय अपार्टमेंट ककरमकतता वाराणसी और सुनील गुप्ता निवासी नहरापट्टी तरकुलवा जनपद देवरिया पर केस दर्ज कर जांच में जुटी है।