
यूपी एसटीएफ को बड़ी सफलता, सात साल पहले जेल की दीवार कूदकर भागा दो लाख का इनामी गिरफ्तार
संक्षेप: यूपी एसटीएफ को बड़ी सफलता मिली है। बदायूं जेल से भागे दो लाख के इनामी को सात साल बाद गिरफ्तार कर लिया गया। बरेली यूनिट की एसटीएफ ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया। आरोपी सात साल से लगातार पुलिस को चकमा दे रहा था।
यूपी एसटीएफ को बड़ी सफलता मिली है। बदायूं की जेल से 12 मई 2018 में फरार हुए मुरादाबाद के पूर्व ब्लॉक प्रमुख के हत्यारोपी सुमित को एसटीएफने नेपाल भागने से पहले गिरफ्तार कर लिया। सात साल से फरार चल रहे इस हत्यारोपी पर एडीजी एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने सितंबर 2018 में दो लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।
एसटीएफ के एडिशनल एसपी अब्दुल कादिर के मुताबिक मुरादाबाद में थाना हजरतनगर गढ़ी के गांव नवैनी गद्दी निवासी गिरफ्तार सुमित के भाई रिंकू की हत्या हुई थी, जिसका आरोप मुरादाबाद में डिलारी के तत्कालीन ब्लॉक प्रमुख योगेन्द्र उर्फ भूरा और उसके साथियों पर लगा था। अपने भाई की हत्या का बदला लेने के लिए सुमित ने फरवरी 2015 में मुरादाबाद कचहरी में योगेंद्र उर्फ भूरा की हत्या कर दी। इस हत्याकांड में गिरफ्तारी के बाद उसे मुरादाबाद से बदायूं जिला जेल शिफ्ट किया गया था। बदायूं जेल में रहने के दौरान सुमित की दोस्ती गोरखपुर के कुख्यात अपराधी चंदन से हुई और फिर दोनों ने भागने की योजना बनाई।
जेल के भीतर दो पिस्टल पहुंचाई गईं। इसके बाद 12 कई की शाम साढ़े बजे से सात बजे के बीच जेल की दीवार पर चढ़कर सिविल लाइंस कोतवाली परिसर में रस्सी के सहारे उतरकर सुमित आसानी से फरार हो गया था। उसके साथ कुख्यात चंदन भी दीवार तक चढ़ा था लेकिन संतुलन बिगड़ने वे वह जेल के भीतर ही जा गिरा। जिसे जेल के सुरक्षा पहरियों ने दबोच लिया था। उस समय चंदन के पास एक पिस्टल भी बरामद हुई थी। दूसरी पिस्टल लेकर सुमित फरार हो गया।
काफी प्रयास के बाद भी गिरफ्तारी न होने पर एडीजी क्राइम ने सितंबर 2018 में सुमित पर दो लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। गुरुवार को एसटीएफ की बरेली इकाई ने गुरुवार दोपहर करीब साढ़े 12 बजे सुमित को बरेली में बड़ा बाईपास पर विलयधाम के पास से गिरफ्तार कर लिया। यहां से वह नेपाल भागने की फिराक में था। एसटीएफ ने उसे बदायूं के सिविल लाइंस थाने में दाखिल कर जेल भेजा है।





