महाकुंभ में बनेंगे 4 वर्ल्ड रिकॉर्ड, प्रयागराज में 14 फरवरी से तैयारी शुरू
- प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने आगे की तैयारी कर रखी है। महाकुंभ में विश्व रिकॉर्ड बनाने का कार्यक्रम होगा। यह कार्यक्रम 14 फरवरी से शुरू होगा और प्रयागराज के साथ ही दुनिया इसकी गवाह बनेगी।

संगम की रेती पर लगे महाकुम्भ में सात से 10 फरवरी तक सभी 13 अखाड़े चले जाएंगे और 12 फरवरी को माघी पूर्णिमा के साथ ही सभी कल्पवासी भी रवाना हो जाएंगे, लेकिन आपके लिए महाकुम्भ आगे भी चलेगा। यहां आकर्षण बनाए रखने के लिए प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने आगे भी तैयारी कर रखी है। इसमें विश्व रिकॉर्ड बनाने का कार्यक्रम होगा। यह कार्यक्रम 14 फरवरी से शुरू होगा और प्रयागराज के साथ ही दुनिया इसकी गवाह बनेगी।
14 फरवरी को 15 हजार सफाई कर्मचारी एक साथ घाटों की सफाई करेंगे, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड होगा। पिछले कुम्भ 2019 में यहां 10 हजार कर्मचारियों ने सफाई की थी। ऐसे में भारत अपना ही रिकॉर्ड तोड़ेगा। वहीं 15 फरवरी को 300 से अधिक लोग संगम में जलधारा के बीच सफाई करेंगे, जो नया कीर्तिमान होगा। 16 फरवरी को परेड मैदान पर एक हजार ई रिक्शा का संचालन होगा।
पिछले कुम्भ में शटल बसों का संचालन हुआ था। इसलिए यह नया रिकॉर्ड होगा। वहीं 17 फरवरी को गंगा पंडाल में आठ घंटे में 10 हजार लोग हैंड प्रिंटिंग कर विश्व रिकॉर्ड बनाएंगे। पिछले कुम्भ में पांच हजार लोगों की हैंड प्रिंटिंग का रिकॉर्ड था। ऐसे में यह भी अपना ही रिकॉर्ड टूटेगा।
चार करोड़ 87 लाख होंगे खर्च
विश्व रिकार्ड बनाने पर चार करोड़ 87 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। इसकी मंजूरी अक्तूबर में ही मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली शीर्ष समिति की बैठक में मिल गई थी। रिकार्ड बनाने के 5 लिए गिनीज चुक और वर्ल्ड रिकार्ड की टीम प्रयागराज आएगी।
डीएम महाकुम्भ, विजय किरन आनंद ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि महाकुम्भ में चार विश्व रिकार्ड बनाने का काम 14 फरवरी से शुरू होगा। सबसे पहले स्वच्छता, इसके बाद नदी स्वच्छता, फिर ई रिक्शा और सबसे अंत में हैंड प्रिंटिंग का रिकार्ड बनाया जाएगा। इस आयोजन की तैयारी पूरी हो चुकी है।