महाकुंभ में साइबर हमले से बचाने के लिए स्पेशल 56 टीम तैयार, शिकायत के लिए 1920 नंबर जारी
महाकुम्भ में श्रद्धालुओं की साइबर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। देश-विदेश के श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए 56 साइबर हेल्प डेस्क बनाई जा रही है। एसएसपी महाकुम्भनगर स्वयं डिजिटल महाकुम्भ की पूरी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। साइबर ठगों के खिलाफ बड़ा एक्शन प्लान तैयार किया गया है।

महाकुम्भ में श्रद्धालुओं की साइबर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। देश-विदेश के श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए 56 साइबर हेल्प डेस्क बनाई जा रही है। एसएसपी महाकुम्भनगर स्वयं डिजिटल महाकुम्भ की पूरी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। साइबर ठगों के खिलाफ बड़ा एक्शन प्लान तैयार किया गया है। सभी थानों में एक स्पेशल साइबर हेल्प डेस्क बनाई जा रही है। इसमें साइबर पेट्रोलिंग के लिए एक्सपर्ट तैनात किए गए हैं। मेला के साथ ही पूरे प्रयागराज ने वीएमडी पर फिल्म के साथ ही सोशल मीडिया के माध्यम से श्रद्धालुओं को जागरूक किया जा रहा है।
मेला क्षेत्र सहित प्रयागराज शहर में जगह-जगह वैरिएबल मैसेजिंग डिस्प्ले (वीएमडी) लगाने की तैयारी पूरी कर ली गई है। 40 वैरिएबल मैसेजिंग डिस्प्ले मेला क्षेत्र और 40 कमिश्नरेट में लगाए जा रहे हैं। 50 फर्जी वेबसाइटरों पर कार्रवाई शुरू: प्रदेश की चुनिंदा एक्सपर्ट की टीम ने लगभग 50 वेबसाइटों को अपने रडार पर लेकर उनके खिलाफ कार्रवाई भी शुरू कर दी है। ऑनलाइन सुरक्षा के लिए मोबाइल साइबर टीम भी सक्रिय कर दी गई है। मेला से संबंधित जानकारी के लिए 1920 नंबर भी जारी किया गया है। फर्जी वेबसाइटों की सूचना थाने में दी जा सकती है। एआई, फेसबुक, एक्स या इंस्टाग्राम पर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह पर नजर रखा जा रहा है।
एसएसपी महाकुम्भ, राजेश द्विवेदी ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि मेला के 56 थानों में साइबर हेल्प डेस्क स्थापित की जा रही है। साइबर ठगों से सावधान रखने को पूरे मेला क्षेत्र में वीएमडी पर फिल्म चलकर लोगों को जागरूक किया जाएगा।
अग्नि जनित घटना रोकने को एडब्ल्यूटी वाहन होगा कारगर
महाकुम्भ में इस बार अग्निशमन व आपात सेवा विभाग अत्याधुनिक चार आर्टिकुलेटिंग वॉटर टावर (एडब्ल्यूटी) वाहन का मेला क्षेत्र को इस्तेमाल करेगी। इन वॉटर टावर को टेंट सिटी व बड़ी टेंट सेटअप के दृष्टिगत लगाया जाएगा। वीडियो व थर्मल इमेजिंग सिस्टम समेत कई आधुनिक फीचर्स से लैस हैं। अग्नि जनित घटनाओं की रोकथाम के साथ ही दमकल कर्मियों के जीवन रक्षण में भी मदद मिलेगी। सीएफओ कुम्भ प्रमोद शर्मा ने बताया कि एडब्ल्यूटी वाहन का प्रयोग बहुमंजिलीय व विशेष ऊंचाई के टेंट व भवन की आग बुझाने में किया जाता है। डिप्टी डायरेक्टर अमन शर्मा ने बताया कि विभाग को 66.75 करोड़ का बजट आवंटित हुआ है।