
बकरी मरी तो मिला मुआवजा लेकिन पत्नी के इलाज को मदद नहीं, रिपोर्ट में फर्जीवाड़े से परेशान
संक्षेप: यूपी के कानपुर में नर्वल तहसील के तिलसहरी खुर्द निवासी सोने लाल जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह की जनसुनवाई में पहुंचे। सोने लाल लंबे समय से अपनी पत्नी के इलाज के लिए परेशान है।
साहब, 19 जून को बिजली गिरने से दो बकरी मर गई थी, पत्नी घायल हो गई थी, उसका इलाज चल रहा हैं। बकरियों का मुआवजा तो मिल गया, लेकिन अभी तक पत्नी के इलाज को लेकर कोई मदद नहीं मिली हैं। कोई सुनता नहीं है, सब भगा देते हैं। ये बात यूपी के कानपुर में नर्वल तहसील के तिलसहरी खुर्द निवासी सोने लाल ने जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह की जनसुनवाई में कहीं। सोने लाल लंबे समय से अपनी पत्नी के इलाज के लिए परेशान है।

सोने लाल की पत्नी बिजली गिरने से घायल हुई थी और उसका इलाज जारी है। लेकिन इलाज की रकम भरने में सोने लाल सक्षम नहीं है। इसी के चलते उसने मदद की मांग की है। इस पर जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया कि अब अधिकारियों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है, काम होगा। इस मामले में जिलाधिकारी ने जांच शुरू कर दी है।
गलत रिपोर्ट लगाकर किया गुमराह
पीड़ित ने जिलाधिकारी से आरोप लगाते हुए कहा कि लेखपाल जांच के लिए आए और जबरन कहने लगे कि तुम्हारी पत्नी का इलाज आयुष्मान कार्ड से हो रहा है, तुमको मुआवजे की कोई जरूरत नहीं हैं। गलत रिपोर्ट लगाकर अधिकारियों को गुमराह किया गया। इसके अलावा जब दोबारा गया तो लेखपाल ने अभद्रता की और वहां से भगा दिया। कई बार अधिकारियों के पास चक्कर लगाए लेकिन आज दिन तक कोई मदद नहीं मिली।
एडीएम फाइनेंस, विवेक चतुर्वेदी ने मामले में जानकारी देते हुए कहा कि अगर आयुष्मान कार्ड से इलाज हो रहा है तो कोई मुआवजा घायल को नहीं मिलेगा। इसका कोई भी प्रावधान नहीं है। एसडीएम नर्वल से जांच करा रहे है, रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई होगी।





