
UP Board Exam: बिजली नहीं होने पर भी प्रश्नपत्रों पर रहेगी नजर, एआई करेगा ये काम
संक्षेप: एआई से निगरानी के लिए निजी कंपनियों के सामने हर केंद्र पर पांच घंटे का पावर बैकअप उपलब्ध कराने की भी शर्त रखी गई है ताकि बिजली कटौती की आड़ में CCTV कैमरे बंद करके प्रश्नपत्र से छेड़छाड़ की आशंका दूर की जा सके। बोर्ड के अधिकारी अभी से पुख्ता इंतजाम कर रहे हैं।
UP Board Exam: यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा 2026 के दौरान बिजली नहीं रहने पर भी प्रश्नपत्रों पर एआई आधारित कैमरों की नजर बनी रहेगी। बोर्ड परीक्षा के लिए बनने वाले तकरीबन आठ हजार केंद्रों में खासतौर से बने स्ट्रांग रूम में प्रश्नपत्रों को रखा जाएगा। सभी स्ट्रांग रूम की निगरानी के लिए एआई आधारित सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाएंगे। परीक्षा के दौरान बिजली कटौती का बहाना बनाकर केंद्र पर प्रश्नपत्र से छेड़छाड़ रोकने के लिए बोर्ड के अधिकारी अभी से पुख्ता इंतजाम कर रहे हैं।

एआई से निगरानी के लिए निजी कंपनियों के समक्ष प्रत्येक केंद्र पर पांच घंटे का पावर बैकअप उपलब्ध कराने की भी शर्त रखी गई है ताकि बिजली कटौती की आड़ में सीसीटीवी कैमरे बंद करके प्रश्नपत्र से छेड़छाड़ की आशंका दूर की जा सके। वैसे तो स्कूलों में विद्युत आपूर्ति के समुचित इंतजाम, जेनरेटर और इन्वर्टर आदि होने पर केंद्रों बनाया जाता है। इसके बावजूद कई बार परीक्षा के दौरान दूरदराज के केंद्रों पर बिजली कटौती की शिकायत आती है। लखनऊ और प्रयागराज में स्थापित आईट्रिपलसी के माध्यम से लाइव वेबकास्टिंग की सुविधा होगी और स्ट्रांगरूम की लाइव फीड सभी जिला कमांड सेंटरों से जोड़ी जाएगी।
किसी भी समय यदि किसी सीसीटीवी कैमरों का संचालन बाधित होता है तो कंपनी की पूरी जिम्मेदारी होगी। इसके लिए कंपनी को प्रोजेक्ट मैनेजर, क्लस्टर मैनेजर, जिला प्रबंधक और तकनीकी सहायता कर्मी भी तैनात करने होंगे। बोर्ड सचिव भगवती सिंह का कहना है कि केंद्रों पर बिजली और इन्वर्टर वगैरह की सुविधा तो रहती ही है, इसके बावजूद स्ट्रांगरूम की एआई से निगरानी के लिए चुनी जानी वाली कंपनी को पांच घंटे का पावर बैकअप देने को कहा जा रहा है ताकि प्रश्नपत्रों की पूर्ण सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
स्ट्रांगरूम की होगी रियल टाइम मॉनिटरिंग
बोर्ड परीक्षा की शुचिता, पारदर्शिता और निष्पक्षता बढ़ाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) संचालित स्मार्ट और सुरक्षित निगरानी की व्यवस्था की जा रही है। अत्याधुनिक एआई और उन्नत तकनीकों का उपयोग करके स्ट्रांगरूम की रियल टाइम मॉनिटरिंग की जाएगी और किसी भी प्रकार की घुसपैठ या स्ट्रांगरूम के लिए जारी निर्देशों के उल्लंघन पर अलर्ट जारी होगा ताकि बोर्ड के प्रश्न पत्र लीक होने से रोका जा सके। यह अलर्ट एक साथ लखनऊ और प्रयागराज में स्थापित इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर (आईट्रिपलसी) के साथ सभी 75 जिलों के कमांड सेंटर्स पर भेजा जाएगा।





