झमाझम बरसे बादल: पहाड़ों की हवाओं ने बढ़ाई ठिठुरन
Unnao News - उन्नाव में अचानक मौसम बदला है, जिससे सर्दी बढ़ गई है। शुक्रवार रात से बारिश शुरू हुई, जो शनिवार सुबह तक जारी रही। इस बारिश ने ठंड को बढ़ा दिया है, लेकिन किसानों के लिए यह फायदेमंद साबित हो रहा है।...

उन्नाव, संवाददाता। मौसम में आए अचानक बदलाव ने गलन के साथ ही सर्दी को बढ़ा दिया है। शुक्रवार आधी रात को शुरू हुई बारिश शनिवार की सुबह तक जारी रही। पूरी रात हुई रूक -रूककर बारिश ने ठंड के प्रकोप को बढ़ा दिया है। इस दौरान लोग घरों में ही सिमटे रहे, जबकि बाहर निकलने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है बारिश इस बात का संकेत है कि आने वाले दिनों में कड़ाके की सर्दी पड़नी तय है। इस बार ठंड की शुरुआत देर से हुई है, इसलिए फरवरी महीने तक सर्दी पड़ने के आसार है। अनुकूल माहौल बना तो शनिवार की तरह अगले दो दिन तक और बारिश होने का अनुमान जानकार लगा रहे हैं।
शुक्रवार रात में बारिश होने से सर्दी बढ़ गई है। शनिवार सुबह से आसमान में बादलों की आवाजाही जारी रही। दोपहर एक बजे तक बादलों की ओट में आसमान घिरा रहा। डेढ़ बजे के वक्त बूंदाबांदी थमी तो सर्द हवाएं चलने लगी। शाम पांच बजे दोबारा बारिश ने दस्तक दी। हालांकि यह सिर्फ दस पंद्रह मिनट ही रह सकी। लगातार बरसात और सर्द हवाओं की वजह से दिन का तापमान भी घटा। शनिवार को अधिकतम पारा 22 डिग्री सेल्सियस तो न्यूनतम तापमान 12 डिग्री दर्ज हुआ। विशेषज्ञ कहते हैं कि आने वाला नया साल ठंड में घिरा नजर आएगा। जनवरी के पहले पखवाड़े में ही कोहरा व गलन अपना रूप दिखाएगी।
सुबह से ही रूक रूककर आती रही बारिश
सुबह से लेकर शाम तक बारिश रूक रूककर आती रही। जिससे क्षेत्र में सर्दी का प्रकोप बढ़ गया है। ठंडी हवाओं से भी तापमान में गिरावट आ गई है। बारिश के कारण लोग घरों में ही रहे। वहीं, बारिश आने से क्षेत्र के किसानों के चेहरो पर मुस्कान है।
बारिश के रूप में खेतों में बरसा सोना
रातभर बरसात से खेतों के रास्ते में भी पानी खड़ा हुआ दिखाई दिया, जिससे किसानों को आवागमन में परेशानी हुई। किसानों का कहना है कि रुक-रुककर हो रही बारिश से खेतों में खड़ी फसल को अच्छा फायदा मिल रहा है। रातदिन से हो रही बूंदाबांदी से किसानों के चेहरे खिले हैं। किसान कहते हैं कि खेत से अभी तक जहां आलू की फसल नहीं निकाली गई उसे अधिक बारिश नुकसान कर सकती। बाकी गेहूं, सरसों के लिए यह बारिश लाभकारी होगी।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।