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बुखार की चपेट में आने से किशोरी की मौत

मौसम के करवट बदलने से वायरल बीमारियों से पीड़ित मरीजों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। शनिवार को बांगरमऊ के काजीपुर गांव में रहने वाले जब्बार के पंद्रह वर्षीय बेटी सना बुखार की चपेट में...

बुखार की चपेट में आने से किशोरी की मौत
हिन्दुस्तान टीम,उन्नावSun, 23 Sep 2018 11:04 PM
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मौसम के करवट बदलने से वायरल बीमारियों से पीड़ित मरीजों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। शनिवार को बांगरमऊ के काजीपुर गांव में रहने वाले जब्बार के पंद्रह वर्षीय बेटी सना बुखार की चपेट में आ गई। हालत बिगड़ने पर परिजन उसे निजी डॉक्टर के पास लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टर ने उसे मृतक घोषित कर दिया। परिजन शव लेकर घर आए और शव को सुपुर्दे खाक कर दिया।

बीमार मरीजों की जांच करने नहीं पहुंच रही टीमें

चकलवंशी। मांखी थाना क्षेत्र के पुरवा गांव में बुखार के प्रकोप ने एक सैकड़ा से अधिक लोगों को चपेट में ले रखा है। बुखार पीडित निजी डॉक्टर के यहां इलाज करवा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोई भी टीम नहीं पहुंची। दो बच्चों की हालत नाजुक होने पर परिजन इलाज के लिए जिला अस्पताल ले गए है। अमर पाल सिंह की तेरह वर्षीय बेटी शिल्पा सिंह व वीरेन्द्र सिंह को सीएचसी मियांगंज में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टर ने जांच कराई। तब प्लेटलेट्स 30 हजार निकली। बच्ची का शरीर पीला पड़ गया है। रविवार की शाम को हालत गंभीर होने पर पिता दोनों को लेकर जिला अस्पताल ले गया। उधर, गांव के किरन, प्रियांशी, राकेश, मानस, नब्या, राधे, अनुराग, सरला, जगत पाल, भूमि, मनीषा, ज्योति, सोनू, आलोक, सौरभ, शिवम सहित एक सैकड़ा लोग बुखार की चपेट में है। स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव नहीं पहुंची है।

बुखार से मरीज परेशान, डॉक्टर को जानकारी नहीं

बिछिया। ब्लॉक के एक दर्जन गांव में वायरल बीमारियों का कहर जारी है। तकरीबन हर घर में कोई न कोई चारपाई पर पड़ा है। तारगांव मजरे पकरा में बुखार फैलने से एक सैकड़ा लोग बीमार है। गांव के रामआसरे व उनकी पत्नी रेखा, राजोल, आंशिका, बनवारी लाल, शोभित, रजनी, मोहन, विनीत, राजू, निधि सहित आधा सैकड़ा लोग एक सफ्ताह से बुखार के कहर से परेशान हैं। राम आसरे व उनकी पत्नी रेखा ने बताया कि शनिवार शाम तेज बुखार से सीएचसी पहुंचने पर कोई भी डॉक्टर नहीं मिला। मौजूद वार्ड ब्वॉय श्रीराम ने बताया कि शाम को यहां ओपीडी नहीं होती है। निराश होकर पीड़ित निजी डॉक्टर से इलाज करवा रहा है। गांव की हालत दिन प्रतिदिन बुखार पीड़ितों से गंभीर होती जा रही है। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. वीके गुप्त ने बताया कि बीमारी के बारे में कोई जानकारी नहीं है।

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